उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला के शिव कुमार तिवारी मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता दुधानाथ से बात की, उन्होंने बताया की महिलाये अपना निर्णय लेने के लिए बिलकुल स्वतंत्र है उन पर किसी प्रकार का कोई दबाओ नहीं है। उनका कहना है की महिलाये भूमि के अधिकार का गलत इस्तेमाल भी कर सकते है। उनके भूमि का अधिकार तब ही मिलना चाहिए जब उनके पिता या पति का देहांत हो जाये। महिलाओं और भूमि अधिकार के बीच बहुत सारी बाधाऐं है, जिसे केवल सरकार ही दूर कर सकती है।