उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से शालिनी पांडेय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से मीना चाची से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि पहले के जमाने में लैंगिक भेदभाव बहुत होता था। लड़का लड़की में बहुत भेदभाव किया जाता था। उन्होंने बताया वे 35 साल पहले पढ़ी लिखी थी लेकन उन्हें काम नहीं करने दिया गया। पहले कहा जाता था कि बाहर कमाने जाएगी तो उनकी इज्जत घट जाएगी ,बाहर बैग टांगकर कर घूमने के लिए जाएगी। उन्हें शादी के बाद अपने ससुराल वालों की बात मानकर रहनी पड़ी। उन्होंने ब्यूटीशियन का भी कोर्स किया है लेकिन घर वालों के दबाव के कारण वे कुछ नहीं कर पायी। उनको दो बार जॉब भी लगा लेकिन ससुराल वालों के दबाव के कारण वे जॉब नहीं करने सकी। उनसे कहा जाता था कि वे जितना कमायेंगी उतना पैसा उन्हें घर पर ही दिया जाएगा। उनका कहना है अभी के ज़माने में जब तक पति पत्नी दोनों नहीं कमायेंगे घर नहीं चलेगा। इसलिए लड़का लड़की दोनों को पढ़ायें और भेदभाव नहीं करना चाहिए