उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से शालिनी पाण्डेय मोबाइल वाणी के माध्यम से वंदना से बातचीत की। बातचीत में वंदना ने बताया कि हमारे समाज में लैंगिक असमानता अभी भी बहुत हैं। लोग शिक्षित हो रहे तब भी लैंगिक असमानता होती है। लोग सोचते हैं कि लड़कियों को पढ़ा तो रहे हैं। लेकिन उन्हें है स्कूल इंटर तक करवा देते हैं। अगर लड़कियों को अपना कुछ सपना पुरा करना हो इसके लिए उन्हें बाहर जाना पड़ता है वहीं अच्छे से कॉलेज में रहकर भी पढ़ना पड़ता है। तो माँ बाप यह सोचते हैं कि अब इनकी शादी की उम्र हो गयी है। ज्यादातर मैट्रिक इंटर के बाद उनकी शादी कर दी जाती है। माँ बाप सोचते हैं कि यदि हम लड़कियों को पढ़ायेंगे तो पैसे बर्बाद होंगे लेकिन यदि उनकी शादी हो जाए तो ऐसा नहीं करना पड़ेगा।अगर उनको पढ़ायेंगे जॉब करवायेंगे तो पैसे ससुराल लेकर जाएगी। इसलिए लोग ज्यादातर लड़कियों के साथ भेदभाव करते हैं। इसके साथ ही लड़कों के साथ लडकियां काम करती हैं तो वहां भी उनके साथ भेदभाव किया जाता है। इसके लिए सबको आगे आना होगा और लड़कियों को उनका अधिकार देना होगा