उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से राजेश पाठक मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की महिलाओं की स्थिति में भूमि अधिकारों और मर्दानगी के बारे में जागरूकता कहीं न कहीं बाधा बन रही है नमस्कार दोस्त में राजेश पाठक बहराइच मोबाइल वैन से दोस्त राजीव की डायरी पहला अंक भूमि अधिकारों और महिलाओं के बारे में जागरूकता महिलाओं की बात करें तो मर्दानगी कहीं न कहीं बाधा बन रही है, यह बहुत लंबे समय से चल रहा है कि पुरुषों को ओवररेटेड किया जाता है, महिलाओं को अंडररेटेड किया जाता है, इसलिए मर्दानगी और स्त्रीत्व दो चीजें हैं जो पुरुषों से निकलती हैं। ऐसा लगता है कि अगर भूमि या ऐसा कोई संत महिलाओं के नाम पर रहता है, तो यह मर्दानगी में कम हो जाता है। ऐसी मानसिकता है कि लोग महिलाओं के नाम पर जमीन हस्तांतरित करने से कतराते हैं। इसलिए देखा गया है कि अगर ज्यादातर लोगों की मर्दानगी रास्ते में नहीं आएगी तो जमीन भी महिलाओं के नाम पर होगी और उन्हें भी उनका लाभ मिलेगा।