उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से राजेश पाठक मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की महिलाओं का एक विषय था जो पुरुषों के नाम पर ले लिया गया था कि कैसे आज भी महिलाओं को नाम से नहीं बुलाया जाता है, किसी को उसके गाँव के नाम से उसके शहर के नाम से बुलाया जाता है, लेकिन उन्हें कभी भी उनके नाम से नहीं बुलाया जाता है और यह भी एक वास्तविकता है। साथ ही गाँव में आज भी वही स्थिति चल रही है कि महिलाओं को बहुत कम ही फलाने की दुल्हन फलाने की भाबी फलाने की अम्मा के नाम से जाना जाता है