माया विश्वकर्मा को मध्य प्रदेश की पैड वुमन के नाम से जाना जाता है। उन्होंने महिलाओं को सेनेटरी पैड के बारे में जागरूक करने के लिए बड़ी भूमिका निभाई। उनका दुनियाभर में इसे लेकर नाम है और वे कई देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने उनका इसे लेकर सम्मान किया है। मोबाइल वाणी के ब्रजेश शर्मा से उनकी बातचीत
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नमस्कार/आदाब श्रोताओं,मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोज़गार समाचार यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो मध्य प्रदेश के भारतीय औद्योगिक विकास बैंक में जूनियर असिस्टेंट मैनेजर ग्रेड O के पद पर काम करने के लिए इच्छुक हैं।वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने कोई भी विषय से स्नातक की डिग्री पास किए हों। इस पद के लिए आवेदनकर्ता को कंप्यूटर ज्ञान के साथ स्थानीय भाषा की भी जानकारी होनी चाहिए।इन पदों पर आवेदन करने के लिए आवेदन शुल्क सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार को 1000रु एव एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी श्रेणी के उम्मीदवारों को 200 रु ऑनलाइन के माध्यम से भुगतान करने पड़ेंगे।ऑनलाइन करने की अंतिम तिथि 26 फरवरी 2024 तक है। इन पदों पर आवेदन केवल वही कर सकते हैं जिनकी उम्र 20 वर्ष से 25 वर्ष तक है।इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने के लिए http://www.idbibank.in/idbi-bank-careers-openings.aspx लिंक पे जाकर IDBI-PGDBF 2024-25 में अप्लाई ऑनलाइन करें। तो साथियों,अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी मोबाइल वाणी एप पर लाइक का बटन दबाएं साथ ही फोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते हैं नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ भी बांट सकते हैं
अंधविश्वास लोगों के शोषण को बढ़ावा तो देता ही है, साथ में सामाजिक विकास भी बाधित करता है। अंधविश्वास के कारण आयोजित रस्मों, रिवाजों और समारोहों में लोग अपनी उर्जा, समय तथा धन की बर्बादी करते है। यह देश की आर्थिक उत्पादकता कम करने का कार्य करता है। महिलाओं को देवी मानने वाले इस देश में प्रायः महिलाओं केा जादू.-टोना के संदेह पर नंगा घुमाया जाता है, इस से महिलाओं के शोषण को बढ़ावा मिलता है। मानसिक रोगियों को भूत या बुरी आत्माओं के प्रभाव में बता कर उन्हें समुचित उपचार से वंचित रखा जाता है। देश के अलग-अलग राज्यों में अंधविश्वास उन्मूलन के लिए कानून भी बने है। दो दिन पहले हमने 75 वा गणंत़त्र दिवस मनाया है। आज हम बात करेंगे देश में 7 दशक से अधिक समय पूर्ण हो गया लेकिन अंधविश्वास उन्न्मूलन के बने कानून कितने करागर है इस पर कभी चिंतन या मंथन करने की हमनें जरूरत नहीं समझी है।
हमारा जन्म मां के गर्भ में होता है, गर्भ में संपूर्ण शारीरिक विकास की प्रक्रियां में हम गर्भ की नाल से जुड़े होते है, यह हमें सुरक्षित रखता है। क्यों कि तब हम पूर्णतः स्वतंत्र होते है, किसी वस्तू की जिज्ञासा नहीं होती है, न भविष्य की कल्पना, न अतित की चिंता होती है। लेकिन जैसे ही मां की गर्भ से बहार आते तब हमारी नाल काटी जाती है तब हमारा संबंध में मा के गर्भ की बहार की दुनिया से जुड़ता है। जहा जिज्ञासा, भविष्य की कल्पना, अतित की चिंता से लेकर अस्तित्व का विषय जुड़ जाते है। गर्भ में हम सुरक्षित महसूस करते थे, लेकिन जैसी ही गर्भ के बहार नई दुनिया में प्रवेश करते तब स्वंय को असुरक्षित महसूस करते है। मां के गर्भ से निकला शिशु प्रारंभिक अवस्था में सामन्य आवाज में भी भयभीत होता है, आवाज की ध्वनी अधिक हो तो वह रोने लगता है। मां के गर्भ से बहार निकलने के बाद शिशु का ब्रेन सामन्यतः पूर्ण खाली होता है, असुरक्षा की भवाना उसके ब्रेन के अर्धचेतन अवस्था में रिकार्ड होने लगती है। इसी असुरक्षा की भावना से भय की शुरूआत यही से होती है।
भगवे वस्त्रधारी बाबा मेरे दरवाजे पर आया और कहा बच्चा आपका हाथ दिखाए। मुझे हाथ दिखाने में कोई इच्छा नहीं थी मैने उसे चले जाने को। वह खड़ा ही था कि इतने में एक और सज्जन सफेद वस्त्र धारी जो साधु से लगते थे आकर खडा हो गए तथा भगवे वस्त्र वाले से पूछा क्या तुम अंतर ज्ञानी हो और उसने जेब में से हाथ निकाल कर बंद मुट्ठी दिखाई और पूछा बताओ इसमें क्या है भगवे कपड़े वाले ने कुछ गणना करके कहा इस हाथ में भांग है। उस सज्जन ने हाथ खोलकर दिखाया तो उसमें भभूती थी। तब उस सफेद वस्त्रधरी ने मुझे और भगवाधारी बाबा से कहा तुम दोनों अपने मन की कुछ बातें सोच लो और एक दूसरे से कह दो यह कहकर वह कुछ दूर पर जाकर खड़े हो गया। मैं इन सब चीजों में विश्वास नहीं करता था परंतु इस तमाशे में कुछ मजा आने लगा मैंने भगवे वस्त्र वाले से कहा कि मुझे अपनी पत्नी के स्वास्थ्य की चिंता है तथा भगवे वस्त्रधारी ने मुझ से कहा कि मुझे अपनी लड़की की शादी की चिंता है ।
सतगुरू कबीर कहते है अखिल विश्व में प्रकृति और पुरूष अर्थात जड और चेतन दो तत्वों की सत्ता है। इन दोनो के गुण धर्मो से पृथक तीसरे तत्व की अनूभूति किसी को नही होती है। ग्रह हमारी प्रुथ्वी से करोड़ों किलोमीटर दूर आकाश में स्थित है और अपनी अपनी धुरी पर स्थित होते हुए निरंतर गतिशील है निज जड़ पिंड ग्रह मुनष्यों पर कुपित तथा टेढे कैसे हो सकते है फिर भी अज्ञान और भ्रम की महामहिमा में इन ग्रह्रों के चक्कर में सामान्य जन ही नहीं तो बडे-बडे विद्वान ज्ञानी, विज्ञानी, महात्मा, पंडित, तथा सिद्ध नामधारी भटक रहे है। आकाश में फैले ग्रह निरे जड़ है उनका मनुष्यों के सुख-दुख से कोई संबंध नहीं है। अतः उनका मनुष्य पर खुश या नाखुश होना सर्वर्था निराधार है। जरा सोचें यह ग्रह गैर हिंदूओं पर यह खुश या नाखुश क्यों नहीं होते हैं। जबकि गैर हिंदू भी इसी धरा पर रहते है।
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नमस्कार आदाब श्रोताओं, मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोजगार समाचार। यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो सेंट्रल बैंक के द्वारा विशेषज्ञ संवर्ग अधिकारी में 192 नए पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। इन पदों के लिए वैसे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से स्नातक या सनकोत्तर किया हो। इसके साथ ही उम्मीदवार की आयु सीमा 45 वर्ष के अंदर होनी चाहिए ।आवेदन शुल्क एस टी,एससी के लिए 600 रूपए तथा जेनरल,ओबीसी और ईडब्लूएस के लिए 800 रूपए रखा गया है। इस पद के लिए वेतनमान वेतनमान 36,000 - 94,890/- प्रतिमाह भुगतान किया जाएगा।इस पद के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकतें हैं ,ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://www.centralbankofindia.co.in/en/recruitments आवेदन कर्ता का चयन ऑनलाइन लिखित परीक्षा और व्यक्तिगत साक्षात्कार में प्रदर्शन के अनुसार किया जाएगा। याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 19-11-2023 है।तो साथियों,अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी, तो मोबाइल वाणी एप्प पर लाइक का बटन दबाये साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ भी बाँट सकते हैं।