अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा अनावश्यक जांच कर भारी बिल बना देने व पूरी जांचें कर और भुगतान पूरा पाकर किसी अन्य अस्पताल में रेफर कर देने के मामले तो हर दिन सुनने में आते हैं, पर मानवीय संवेदनाओं से भरा मामला बहुत दिनों बाद सुनने मिला।  कॉलेज की  फुटबॉल खिलाड़ी कु.स्वाति कुशवाहा ग्राम खमरिया का  हाथ टूट गया मैच के दौरान।  परिवार की आर्थिक स्थिति इस लायक नहीं थी कि वह उसका ऑपरेशन करा सके ऐसे में हमारे शहर के दो डाक्टर सामने आए और खेल से लगाओ और खिलाड़ी का सम्मान कैसे होता है उनके द्वारा बताया गया।  बिना किसी खर्चे के (totally free) खिलाड़ी का पूरा इलाज किया गया आज वह बच्ची पूरी तरीके से स्वस्थ है महाविद्यालय परिवार एवं समस्त खिलाड़ियों की ओर से डॉ शशिकांत अग्रवाल व डॉ गुरुचरण चौरसिया का बहुत-बहुत धन्यवाद व्यक्त किया गया। निकेत अवधिया नरसिंहपुर म.प्र.