बिहार राज्य के नवादा ज़िला के पकरिब्रमा से संगीता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से आकांक्षा कुमारी से हुई। ये कहती है कि घर में बेटा और बेटी है तो दोनों को सामान सम्मान मिलना चाहिए। पढ़ाई और खान पान में कोई भेदभाव नहीं रखना चाहिए। पिता की संपत्ति में भी बेटी को अधिकार मिलना चाहिए इससे आगे चल कर दहेज़ प्रथा भी रुक सकती है। इससे महिला आगे की जिंदगी अच्छे से बिता सकती है। ससुराल में भी बहु को संपत्ति में अधिकार मिलना चाहिए। क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि पत्नी से पहले पति की मृत्यु हो जाती है

बिहार राज्य के नवादा ज़िला के पकरिब्रमा से संगीता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से आकांक्षा कुमारी से हुई। ये कहती है कि महिलाएँ कई दलहन फसलों की खेती करती है। घर के लिए दाल तैयार करती है। लेकिन घर तक यह रखने से कोई फायदा नहीं होगा। इन फसलों से महिला स्वरोजगार कर सकती है। जैसे मूंगफली उपजा कर उसे तल कर बाजार में बेच सकती है , दाल का बेसन बना सकती है। मशरुम ऊगा कर व्यापार कर सकती है। इस तरह के कई विकल्प महिलाओं के पास है ।

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जी हाँ साथियों, शिक्षा का मानव जीवन में एक अलग महत्व है. शिक्षा ही एक मात्र ऐसा हथियार है जो न सिर्फ एक व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है बल्कि समाज को एक सही रास्ता भी दिखाता है। शिक्षा से समाज में फैले अंधकार को मिटाया जा सकता है। शिक्षा हर वर्ग के लोगों के लिए जरूरी है. हरेक वर्ग को शिक्षा के महत्व को समझाने के उद्देश्य से विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है।दुनिया भर में साक्षरता दर को बढ़ावा देने के उदेश्य से और सभी को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए यूनेस्को ने 7 नवंबर 1965 में इस दिन को मनाने का पहल किया। इसके बाद 8 सितंबर 1966 को पहली बार विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया और तब से लेकर हर वर्ष 8 सितंबर को साक्षरता दिवस मनाया जाता है. तो साथियों, आइये हम सब मिलकर शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रण लें और इस पहल में अपना योगदान दें। आप सभी श्रोताओं को समस्त मोबाइल वाणी परिवार की ओर से विश्व साक्षरता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।

बिहार राज्य के नवादा ज़िला के पकरिब्रमा से संगीता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से धर्मेंद्र कुमार से हुई। ये कहते है कि संविधान द्वारा महिलाओं को भी सामान अधिकार है। महिला पैतृक संपत्ति में अधिकार ले सकती है पर ले नहीं पाती है। संपत्ति ,वंशावली में पुत्री का नाम भी है। बेटा और बेटी का सामान अधिकार है। महिलाओं को पैतृक संपत्ति में हिस्सा लेना चाहिए ताकि आर्थिक रूप से विकसित हो सके ।परिवार का भरण पोषण कर सके

बिहार राज्य के नवादा ज़िला के पकरिब्रमा से संगीता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से जीतेन्द्र कुमार से हुई। ये कहते है कि आज के समय में महिला समाज पिछड़ा है। सरकार की योजना लघु उद्यमी योजना चल रहा है। इसका प्रचार प्रसार करना चाहिए ताकि महिला उद्यम से जुड़कर रोजगार कर सके। जैसे पशु पालन ,मोमबत्ती बनाने का काम ,मिश्री ,आचार बनाने का काम करे ताकि उनका आर्थिक स्तर सुधर पाए

माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.

Transcript Unavailable.

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला नवादा के नारदीगंज प्रखंड से तारा कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से पुष्पा रानी से हुई। पुष्पा रानी यह बताना चाहती है कि जितना बेटा का जमीन पर अधिकार है उतना ही बेटियों को भी मिलना चाहिए। ऊँचे पदों पर महिला को भी काम करना चाहिए। महिला को स्वतंत्रता का भी अधिकार होना चाहिए।