बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से निरु कुमारी से हुई ,निरु कहती है कि ये अपनी जमीन अपनी आवाज़ कार्यक्रम सुनती है ,इन्हे अच्छा कार्यक्रम लगता है । महिलाओं को जमीन अधिकार मिलना लैंगिक समानता है। जमीन के माध्यम से वो स्वतंत्र महसूस करती है। महिला की सुरक्षा के लिए भी जमीन अधिकार ज़रूरी है। अगर इनके नाम से जमीन नहीं होगा तो ये अपने नाम से जमीन करवाएगी और खेती कर बच्चों का भरण पोषण करेंगी। पुरुषों की अपेक्षा महिला के नाम जमीन होना चाहिए क्योंकि वो परिवार की देखरेख अच्छे से करती है