बिहार राज्य के नवादा ज़िला के नारदीगंज से तारा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रेनू कुमारी से हुई ,रेनू कुमारी कहती है कि इन्हे जमीन में नाम करने में बहुत दिक्कत हुई। कोर्ट का भागदौड़ करना पड़ा इसके बाद इनके नाम पर जमीन हुआ। जमीन में ये पोषण बगीचा लगाती है। महिला के लिए जमीन होना ज़रूरी है ,अगर भविष्य में परिवार में मतभेद होने पर वो जमीन के माध्यम से कुछ कार्य कर जीवन यापन कर सकती है