सभी को नमस्कार , मैं सुनीता कुमारी हूं जो नवादा मोइलबानी से बात कर रही हूं , यह जूडी है , मैं उन दोनों से जुड़ी हुई हूं । तमाश , छोटी , छोटी , अंदर की परियाँ , ताकि कोई इसे देख न सके , मेरी मुन्नी में , ऐसा लगता है जैसे वह दूर से भी गोरी है । चाम के दिन करीरैणा के माथे पर केक , चक , चोरी , चोरी , लालोरी , दूध का कटोरा , डोसा , मुन , तमा । थैंक यू नाद सपनों का पल्नासमों का दोरिपके चिपके चोरी ' ना मुन्ने के छोटे छोटे नैनो ' में खेला गया ।