झारखण्ड राज्य के सिमडेगा जिला से शुभम कुमार मंडल मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं हड़िया एक प्रकार की बीयर है, जो पकाएं हुए चावल (भात) और रानू गोली से बनती है। यह बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध है।इसके निर्माण में रानू गोलियों का उपयोग शामिल है, जो मूल रूप से लगभग 20-25 जड़ी-बूटियों का एक संयोजन है और एक किण्वक के रूप में कार्य करता है। यह रानू टैबलेट कई अन्य पेय पदार्थ बनाने में भी मदद करती है। हड़िया पर्व त्योहार में खास तौर पर बनाया जाता है। इसे ज्यादातर गर्मियों में पिया जाता है। हड़िया बनाने के लिए आधा केजी चावल लेंगे ,चावल के अनुसार ही पानी लेंगे ,रानू की 6 से 7 गोलिया। सबसे पहले एक बर्तन में पानी गर्म करने के लिए डालेंगे पानी उतना ही लेंगे जितना में चावल पक कर सूख जाए। पानी गर्म होने के बाद उसमें चावल डालेंगे और लगातार कुछ कुछ देर में चलाते रहेंगे ताकि चावल चिपके ना। जब चावल पक जाए। उसे ठंडा करने के लिए किसी खुली जगह में उसे फैला कर रखेंगे लगभग आधे घंटे में जब चावल ठंडा हो जाए उसमे रानू की गोलियों का मिश्रण बनाकर अच्छे से मिलाना है। फिर उसे एक बर्तन में डालेंगे और और ठक्कर रखदेंगे .3 से 4 दिनों के बाद हमारा हड़िया तैयार हो जायगा। उसके बाद हम एक छन्नी से छान लेंगे और हड़िया सर्व कर सकते हैं।