केतुंगा धाम. बानो प्रखंड से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मालगो व देव नदी संगम स्थल में अवस्थित केतुंगा धाम में बूढ़ा गोरक्षा शिव मंदिर आस्था और आध्यात्म का प्रतीक है. यहां सालों भर श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा अर्चना के लिए लगी रहती है. खासकर नये साल में लोग पिकनिक मनाने के लिए पहुंचते हैं. पूजा अर्चना के साथ लोग पिकनिक का आनंद भी उठाते हैं. जिला प्रशासन के प्रयास से मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रयास किया गया है. इसके तहत मंदिर से नदी तट तक शेड का निर्माण किया गया है.शौचालय सहित गेट का निर्माण कराया गया है.केतुंगा धाम का इतिहास ऐतिहासिक और पौराणिक है. पुरातत्व विभाग द्वारा मंदिर को पंजीकृत किया गया है. मंदिर की स्थापना श्रीगंकेतु राजा के कार्यकाल में किया गया था. इसलिए उक्त मंदिर का नाम केतुंगाधाम रखा गया.