जिले का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस के नीचे चला गया है इससे लोगों के दिनचर्या ही बदल गई है सुबह 10:00 बजे से पहले लोग अपनी जरूरी काम के लिए भी अपने घरों से नहीं निकल पा रहे हैं तापमान में अत्यधिक गिरावट आने से हर तबके के लोग परेशान हैं शहरी क्षेत्र में करोड़ों रुपए की पूंजी लगाकर व्यवसाय कर रहे हैं लोगों का स्टाफ सहित दैनिक मजदूरी भी नहीं निकल पा रहा है कारण है कि ग्रामीण इलाकों से खरीदारी करने लोग शहरी बाजार ठंड के कारण नहीं पहुंच पा रहे हैं जिन घरों मैं शादी विवाह या अन्य समारोह है वह भी जल्दी शहरी बाजार में पहुंच कर खरीदारी कर अपने घर को लौटाने को परेशान है अत्यधिक ठंड के कारण ऐसे तो आम जन जीवन ही प्रभावित हुआ है लेकिन सबसे ज्यादा प्रभाव दैनिक मजदूरी करने वाले दिहाड़ी मजदूरों को झेलना पड़ रहा है ग्रामीण इलाकों से सुबह 9:00 बजे शहरी बाजार में मजदूर पहुंच जा रहे हैं लेकिन उन्हें काम नहीं मिल पा रहा है अधिकांश मजदूर को वापस अपना घर होना पड़ रहा है