झारखंड राज्य के गिरिडीह जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता राजेश कुमार ने त्रिभुवन दयाल से साक्षात्कार लिया। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की जलवायु परिवर्तन से लोगों की तबियत खराब हो रही है। लेकिन यह बदलाव अभी के रबी फसल के लिए लाभकारी है। ग्लोबल वार्मिंग पुरे विश्व के लिए बहुत ही खतरनाक है। इससे पूरा विश्व प्रभावित होगा। यह सब अधिक कल-कारखानों के होने के कारण हो रहा है। इसके लिए हम सभी दोषी है।जलवायु परिवर्तन के लिए प्रशासन के साथ ही कल-कारखानों के मालिक और इन्हें कारखाने लगाने की अनुमति देने वाले राज्य सरकार के लोग अधिक जिम्मेदार हैं।

झारखण्ड राज्य के गिरिडीह जिला से जे एम रंगीला ने मोबाइल वाणी के माध्यम से छक्कन महतो से बातचीत किया। बातचीत के दौरान छक्कन ने बताया की, जलवायु परिवर्तन हमरे जीवन का एक हिस्सा है और जलवायु परिवर्तन होने से ही हम स्वस्थ शरीर की कामना कर सकते है। जलवायु परिवर्तन का एक मुख्या कारन ये भी है की पहाड़ो, जमीनों को सरकार के द्वारा प्राइवेट कंपनी को लीज पर दे कर उसमे माइनिंग करवा रही है, खेती की जमीन पर बहुत ज्यादा मात्रा में ब्लास्टिंग भी किया जाता है। जिसका असर हमारे वातावरण पर पड़ रहा है। इनके इलाके में रोजगार की सुविधा तो है नहीं, सरकार के द्वारा मुफ्त राशन वितरण पर ही लोग निर्भर है

झारखण्ड राज्य से जे.एम् रंगीला मोबाइल वाणी के माध्यम से गिरिडीह जिला के डुमरी प्रखंड के ग्राम पंचायत के छात्र नेता मोती लाल महतो से बात कर रहें हैं। मोती लाल का कहना है की खेती की दिशा और दशा जलवायु परिवर्तन के कारण बदल रहा है और इस परिवर्तन में सबसे बड़ा हाथ जंगल का है पहले जंगल 66% था जो की घाट कर 29% हो गया है। जंगल में कमी के कारण सही समय पर बारिश नहीं हो रही है और बारिश नहीं होने के कारण खेती नहीं हो पा रही है, जिस कारण पुरे भारत में बी भूख मरी की इस्थिति पैदा हो गई है। आज अधिक गर्मी पड़ने के कारण भूमि बंजर हो रही है , जिस कारण मवेशी को चारा नहीं मिल पा रहा है तथा जंगल में उगने वाले छोटे छोटे पौधे सुख जा रहें हैं। इतना ही नहीं आज के समय में यदि ठंढ पद रहा है तो वो भी काफी अधिक पद रहा है और इस परिवर्तन के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। तथा एक तरह से बेरोज़गार को भी बढ़ाने में जलवायु परिवर्तन का बहुत बड़ा योगदान रहा है

झारखण्ड राज्य के गिरिडीह जिला के डुमरी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कमिटी सहकारिता विभाग के अध्यक्ष महावीर महतो से जे.एम् रंगीला ने बात बात की। महवीर जी का कहना है की हमारे देश में पहले भी अधिक बारिश हुआ करती थी लेकिन खेती को नुक्सान नहीं हुआ करती थी। लेकिन आज थोड़ा आधी बारिश हो या थोड़ा कम बारिश हो खेती को काफी नुक्सान होता है इसका सिर्फ एक ही कारण है जंगल की कटाई। झारखण्ड में बारिश मात्र पंद्रह दिन के कारण खेती को काफी नुक्सान उठाना पड़ा है। तथा इनका कहना है की फारेस्ट डिपार्टमेंट से जो जंगल लगाया जाता है उसमे अच्छे क़िस्म के पेड़ लगाने चाहिए, तो निश्चित इसका अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा लेकिन फारेस्ट डिपार्टमेंट से जो पेड़ लगाए जाते हैं वो तीन से चार साल में आंधी पानी में पेड़ गिर जाता है। तथा सरकारी योजनाओं के अंतर्गत मनरेगा के तहत यदि ठीक ढंग से कार्य हों तो भी पर्यावरण को काफी फ़ायदा होगा। क्यूंकि मनरेगा के अंतर्गत वृक्ष रोपण, डोभा तालाब आदि आता है जो की की सीधे सीधे पर्यावरण पर असर डालता है.

मध्यप्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिला दिनकर पातुलकर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कृषि विशेषज्ञ पराड़कर से बातचीत किया। बातचीत के दौरान कृषि विशेषज्ञ पराड़कर ने बताया की मौसम में बदलाव के वजह से किसान को नुकसान तो हो रहा है। लेकिन अगर किसान खेती को अपने फायदे के तोर पर देखे तो इससे किसान को जरूर फायदा होगा

झारखण्ड राज्य के गिरिडीह जिला से अधिवक्ता अभय कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मौसम में बदलाव का मुख्य कारण प्रदूषण है। जिससे बचाव के लिये अधिक से अधिक पेड़ पौधा लगाना चाहिए। साथ ही जंगल को बचाना होगा और जंगल लगाना होगा। हमें प्लास्टिक के उपयोग से दूर रहना होगा।क्लाइमेट चेंज हो रहा है मौसम में बदलाव आ रहा है जिससे प्रकृति हो या मनुष्य का जीवन हो या पशु पक्षियों का जीवन प्रदूषण की वजह से प्रभावित हो रहा,वायु प्रदूषण से सभी का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। प्रकृति से खिलवाड़ हो रहा है। अनाज के उत्पादन में ऑर्गेनिक खाद का उपयोग की जगह पेस्टिसाइड का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है जिससे उपज प्रभावित हो रहा है।पानी प्रदूषित हो रहा है पानी शुध्द नहीं मिलता है आज के समय में गाड़ियों का इस्तेमाल अधिक हो रहा है , वैसी गाड़ियां चल रही है जो अधिक कार्बन उत्सर्जित करती हैं जिससे प्रकृति का संतुलन बैलेंस बिगड़ रहा है। प्रकृति का जो बैलेंस है वह बना रहे इसके लिए संकल्प लेने की जरुरत है और अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने की जरुरत है।