कोरोना वायरस के चलते लोगों का आम जन-जीवन काफी प्रभावित हुआ है। इसका असर बीमा पॉलिसियों पर भी देखने को मिला है। बता दें कि 2021-22 में बीमा पॉलिसियों के मैच्योरिटी से पहले ही सरेंडर करने में तेज वृद्धि देखी गई। आंकड़ों के मुताबिक 2021-22 के दौरान 2.3 करोड़ से अधिक जीवन बीमा पॉलिसियों को छोड़ा गया।यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि यह संख्या 2020-21 में छोड़ी गईं पॉलिसियों की संख्या से तीन गुना से अधिक है । यह विडंबना ही है कि लोगों को मुश्किल समय में जब अपने पैसों की सख्त जरूरत होती है, तब अधिकांश मामलों में पॉलिसी लेने वाले ग्राहकों को वो रकम मिल पाती है जोकि भुगतान किए गए प्रीमियम से भी कम होती है। ऐसे में ग्राहकों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।आमतौर पर पॉलिसी छोड़ने के चलते बीमा कवर खोने सहित कई नुकसान हैं।
सोशल मीडिया पर इन दिनों कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। इन दावों में अधिकतर सूचनाएं फेक न्यूज की तरह सामने आ रही हैं। आजकल एक मैसेज के जरिए यह दावा किया जा रहा है कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा है कि देश भर के फ़र्ज़ी पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर होगी।पीआईबी की जांच के बाद पाया गया कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है और केंद्रीय मंत्री ने इस संबंध में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें।
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 10,649 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 4,43,68,195 हो गई, जबकि उपचाराधीन मामलों की संख्या 96,442 है.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को सुबह आठ बजे जारी अपडेटेड आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से 36 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,27,452 हो गई.इन 36 मामलों में वे चार लोग भी शामिल हैं, जिनके नाम संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने संक्रमण से जान गंवाने वालों की सूची में डाले हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा-स्रातक स्तर (सीयूईटी-यूजी) पहले ही साल में अनेक विसंगतियों का सामना कर रही है जिस कारण परीक्षाएं निरस्त करनी पड़ी हैं और अभ्यर्थियों के लिए चिंताजनक स्थिति बन गई है। देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा में पहले साल में 14.9 लाख से अधिक अभ्यर्थी भाग ले सकते हैं।परीक्षा के दौरान आईं परेशानियों और खामियों की फेहरिस्त पर हम नज़र डालें तो इनमे प्रमुख है -परीक्षा केंद्र में बदलाव,गड़बड़ी की खबरों के बाद सामूहिक स्तर पर परीक्षा रद्द,परीक्षा की तारीखों में बदलाव,तकनीकी खामियों के कारण परीक्षा रद्द,बारिश, भूस्खलन के कारण परीक्षाएं स्थगित और तय कार्यक्रम में देरी।
भारत सरकार देश के राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा को हटाकर उसकी जगह स्वचालित नंबर प्लेट रीडर कैमरे लगवाने की योजना पर काम कर रही है। इस योजना में कैमरे वाहन नंबर प्लेट को पढ़कर वाहन मालिकों के लिंक बैंक खातों से स्वचालित रूप से टोल काट लेंगे। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इस योजना का एक पायलट चल रहा है और इसको सुविधाजनक बनाने के लिए कानूनी संशोधन भी किए जा रहे हैं। गडकरी ने बताया, “2019 में, हमने एक नियम बनाया कि कारें कंपनी-फिटेड नंबर प्लेट के साथ आएंगी। पिछले चार साल में जो वाहन आए हैं, उन पर अलग-अलग नंबर प्लेट हैं।
सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं. इन दावों में अधिकतर सूचनाएं फेक न्यूज की तरह सामने आ रही हैं. आजकल एक मैसेज के जरिए यह दावा किया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के आदेशानुसार अगर आप अपनी यात्रा के दौरान 12 घंटे में वापस आ सकते हैं तो आपको रिटर्न जर्नी का कोई टोल टैक्स नही देना होगा। हालांकि पीआईबी की जांच के बाद सामने आया है कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है. विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था यूआईडीएआई लोगों को आधार कार्ड संबंधी कई सुविधाएं ऑनलाइन ही प्रोवाइड करता है। हालाकि अगर आप आधार कार्ड बनवाना चाहते हैं तो आपको UIDAI के आधार सेवा केंद्र जाना होगा, जहां बायोमैट्रिक और अन्य जानकारी के साथ आधार के लिए अप्लाई किया जाएगा।कई आधार सेवा केंद्रों पर आधार कार्ड बनवाने के लिए लोगों को घंटों तक इंतजार करना पड़ता है, ऐसे में लोगों को राहत देते हुए यूआईडीएआई 53 शहरों में आधार सेवा केंद्र खोलने जा रहा है। इन प्रमुख 53 शहरों में कुल 114 सेंटर्स खोलने की प्लानिंग यूआईडीएआई की ओर से तैयार की गई है। ये आधार सेवा केंद्र देश के सभी मेट्रो सिटी, सभी राज्यों की राजधानी और केंद्र शासित प्रदेशों में खोले जाएंगे।
कोरोना महामारी के प्रकोप से उभर रहे 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की अर्थव्यवस्था में वृद्धि दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान रिकॉर्ड आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि इन राज्यों ने कोरोना से पहले की विकास दर को प्राप्त कर लिया है। हालांकि, गुजरात और महाराष्ट्र सहित 11 राज्यों की विकास दर का डाटा उपलब्ध नहीं है।वहीं, 2020-21 की विश्लेषण के मुताबिक, इस दौरान वृद्धि दर में कोई इजाफा दर्ज नहीं किया गया था।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को जंतर-मंतर पर किसानों की महापंचायत होगी। इसमें बड़ी संख्या में किसानों के आने की संभावना है। महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए किसान शनिवार से ही दिल्ली पहुंच रहे हैं। पुलिस ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी है। बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। किसान दिल्ली में प्रवेश ना कर सकें इसलिए जांच के लिए अर्धसैनिक बलों के साथ स्थानीय पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
भारत में कोविड-19 के मामलों में एक बार फिर तेजी से वृद्धि हो रही है, पिछले 24 घंटों में नए मामलों में भी इजाफा दर्ज किया गया है। वहीं दूसरी तरफ लम्बे समय बाद सक्रिय मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। अब यह आंकड़ा 1,01,343 पर पहुंच गया है। केरल में भी कोरोना के मरीज एक बार फिर सेबढ़ने लगे हैं। दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 1,652 नए मामले सामने आए हैं, जिसके चलते सक्रिय मामलों की संख्या 6,809 पर पहुंच गई है।अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।