विशुनपुरा ब्लाक के निरंकारी चौराहा स्थित कार्यालय प्रवासी मदद फाउंडेशन के 26 पदाधिकारी विदेश में फंसे लोगों की वतन वापसी में सहयोग कर रहे हैं।पांच माह मे उन्होंने 112भारतीयों को उनके घर पहुंचाया है। एक तरह से वह समूह के पदाधिकारी असल जिंदगी के मसीहा साबित हो रहे हैं। समूह को जानने वाले उन्हें इसी नाम से बुलाते हैं। इसके लिए कई प्रदेशों में ये समूह के पदाधिकारियों को सम्मानित किया जा चुका है। विशुनपुरा ब्लॉक के निरंकारी चौराहा स्थित प्रधान कार्यालय प्रवासी मदद फाउंडेशन कुशीनगर के संस्थापक /राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश कुमार हैं, समूह में कुल 26 लोग विभिन्न पद पर हैं। यह समूह के पदाधिकारी विदेश में फंसे लोगों को निकालने का काम कर रहे हैं,अविनाश कुमार ने दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने बताया कि भारत से हर साल लाखों की संख्या में लोग काम के सिलसिले में दक्षिण एशियाई और खाड़ी देशों में जाते हैं। कभी फर्जी एजेंट्स के झांसे में आकर तो कभी वहां काम करने वाले क्रूर मालिकों के चंगुल में लोग फंस जाते हैं। हर मामले भारत सरकार के सामने नहीं पहुंच पाते और कई लोग न्याय का इंतजार करते हुए इन्हीं देशों में फंसे रह जाते हैं।उन्होंने अब तक मलेशिया तंजानिया नाइजीरिया सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), कतर, कुवैत, ओमान, बहरीन, इराक सहित अन्य कई देशों में फंसे 112 नागिरकों को निकालने में अहम भूमिका निभाई है।साथ ही 4 नश्वर शरीर को लाने में भारतीय राजदूतावास और विदेश मंत्रालय के माध्यम से लाई गई है ...