सारणी मोबाइल वाणी से अजय कुमार की रिपोर्ट।। अधिक जानकारी के लिए मोबाइल वाणी सुने या ऐप पर समाचार सुन।।छपरा की बेटी मुस्कान ने देश की प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होकर पाई सफलत।। छपरा, 09 जनवरी। सपने देखना कोई गलत बात नहीं होती है लेकिन सच साबित करने में वर्षों लग जाते है। इसके बावजूद हर किसी का सपना पूरा नहीं हो पाता है। हालांकि मुस्कान ने आकाश में उड़ने का सपना बचपन के दिनों में देखने के बाद उसको आज पूरा कर दी है। क्योंकि एयर फोर्स में नौकरी करने वाले पिता के साथ बचपन गुजरा है। तभी से हवाई जहाज उड़ाने का सपना संजो कर अपनी तैयारी करने लगी थी। अंततः सपने को सच साबित कर दिखा दी है। बचपन के दिनों में अपने पिता से आकाश में उड़ने वाली कहानियां सुनने के बाद जहाज उड़ाने का सपना देखने वाली सारण की बेटी मुस्कान ने पहले ही प्रयास में देश की सर्वोच्च और सबसे कठिन एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की परीक्षा में शामिल होकर सफलता हासिल की है। बेटी के इस सफलता में पिता सुमन कुमार गिरि सह एयर फोर्स नासिक में जूनियर वारंट अधिकारी सह प्रशिक्षण प्रशिक्षक के रूप में कार्यरत है। हालांकि एयरफोर्स में कार्यरत होने के कारण देश के विभिन्न राज्यों में स्थानांतरण होते रहा। जिस दौरान इनके बच्चों की पढ़ाई हैदराबाद, बंगलौर और नासिक में हुई। अलग- अलग राज्य होने के बावजूद केंद्रीय विद्यालय एयरफोर्स में ही पढ़ने का मौका मिलता रहा। हालांकि अपने पिता के मार्गदर्शन में अपनी ज़िंदगी व्यतीत करने वाले सुमन कुमार गिरि भी अपनी दो बेटी और एक बेटा को दृढ़ निश्चय के साथ खुद पर भरोसा रखते हुए पढ़ाई का निर्धारण करने की सलाह दी। जिसका नतीजा यह हुआ कि आज इनकी बड़ी बेटी मुस्कान गिरि अपनी पहली ही प्रयास में देश की प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होकर सफलता पाई है। जिस माता, पिता और घर परिवार सहित गांव और सगे संबंधियों ने खुशी जताई है। जिसमें मुख्य रूप से मुस्कान के पिता सुमन कुमार गिरि ने बताया कि बेटी मुस्कान की प्रारंभिक शिक्षा वर्ग एक से पांचवीं तक केंद्रीय विद्यालय एयरफोर्स कर्नाटका से पूरी करने के बाद वर्ग 6 से आठवीं तक की शिक्षा कानपुर स्थित एयरफोर्स परिसर के केंद्रीय विद्यालय से पढ़ाई करने के बाद दसवीं की बोर्ड परीक्षा केंद्रीय विद्यालय एयरफोर्स एकेडमी हैदराबाद में स्कूल टॉपर रही है। जबकि इंटर विज्ञान की परीक्षा विकास कांसेप्ट स्कूल हैदराबाद से की है। इंटर विज्ञान की वार्षिक परीक्षा में सर्वोच्च स्थान लाने के बाद वर्ष 2019 में हैदराबाद स्थित जवाहर लाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई पूरी करने के बाद विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिए तैयारी शुरू कर दी। हालांकि दृढ़ निश्चय के साथ ख़ुद पर भरोसा करते हुए एयरफोर्स एकेडमी में एरोनॉटिकल इंजीनियर के पद पर 29 दिसंबर 2024 को योगदान की है। रिविलगंज स्थित गौतम ऋषि उच्च विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र रहे मेरे पिता सुरेश कुमार गिरि और खुद मैट्रिक की बोर्ड परीक्षा में टॉपर रह चुके है। लिहाजा मेरी बेटी भी अपने स्कूल में टॉपर रही है। मुस्कान का कहना है कि जब भी वह अपने गांव रिविलगंज नगर पंचायत के गोदना मठिया छुट्टियों में जाती थी तब दादाजी सह शिक्षाविद सुरेश कुमार गिरि से प्रेरणादायक कहानियां और बातें सुना करती थीं। बचपन में दादा जी द्वारा सुनाई गई कहानियों के माध्यम से मुझे सफलता का मूल मंत्र दिया जाता था। जिसको मैनें अपने जीवन में आत्मसात किया करते हुए अपनी मुकाम को हासिल की हूं। हालांकि सफल होने के लिए मुख्य रूप से विचारों की शुद्धता, ख़ुद पर भरोसा और दृढ़ निश्चय को अपनाना पड़ता हैं। शायद यही कारण है कि मुझें इतनी बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। इस संबंध में मुस्कान ने बताया कि सबसे पहले आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद स्थित एयरफोर्स एकेडमी से लगभग छः महीने का प्रारंभिक स्तर की प्रशिक्षण पूरी करेगी। उसके बाद एक वर्ष का प्रशिक्षण बंगलोर स्थित एयरफोर्स टेक्निकल कॉलेज से पूरा करने के बाद ही विभाग का आवंटन किया जाएगा। जहां एरोनॉटिकल इंजीनियर ही तैनात रहते है। जिसमें मुख्य रूप से फाइटर, हेलीकॉप्टर या ट्रांसपोर्ट जैसे विभाग होते है। मुस्कान की सफलता पर बधाई देने वालों में नगर पंचायत की अध्यक्षा अमिता यादव, वार्ड पार्षद कलावती देवी और किशोर कुमार उर्फ पप्पू, संतोष सिंह, विजय शंकर गिरि, प्रभा शंकर गिरि, अरविंद कुमार गिरि, रेवती रमण गिरि, मुकेश कुमार यादव उर्फ सोनू, संतोष सिंह पप्पू, अभिनव सिंह, मनु सिंह, सुधीर सिंह, दिनेश कुमार पंकज सहित कई अन्य ग्रामीण शामिल है।