अटल बिहारी वाजपेयी कालजयी पुरुष थे। जिन्होंने भाजपा को शून्य से शिखर तक पहुंचने में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया। उक्त बातें प्रोफेसर डॉ अजीत कुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी समारोह की पूर्व संध्या पर आयोजित "अटल की विराट छवि" गोष्ठी में कहा। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने डॉ अजीत कुमार के नेतृत्व में अटल बिहारी वाजपेई के चित्र पर पुष्प चढ़कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। शताब्दी समारोह प्रो डॉ अजीत कुमार के अध्यक्षता में की गई जबकि संचालन इंजीनियर राजीव कुमार ने किया। जनशताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए डॉ अजीत कुमार ने कहा कि आग और पानी का कब और कैसे इस्तेमाल करना चाहिए ।यह कला अटल जी कूट-कूट कर भरा था। पोखरण में परमाणु परीक्षण कर उन्होंने संदेश दे दिया था कि भारत दोस्ती का तलबगार है ,पर कभी झुकेगा नहीं, ,। कंधार कारगिल और संसद पर हमले के बावजूद उन्होंने समझौता की कोशिश नहीं छोड़ी और अटल जी अपनी आलोचनाओं की ओर, नहीं अपने लक्ष्य की ओर देखते थे। यही वजह था कि अटल जी विरोधियों के भी दिल में राज करते थे।