सोनपुर अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर हरिशंकर चौधरी की सेवानिवृत्त होने पर दी गई भवविनि विदाई मरीज के दिल में बसते हैं भगवान, मरीजों की सेवा से बड़ा कोई सेवा नहीं--डॉ हरिशंकर चौधरी सोनपुर । सोनपुर अनुमंडलीय अस्पताल में पदस्थापित अस्पताल प्रभारी डॉक्टर हरिशंकर चौधरी की सेवानिवृत्त होने पर कर्मियों ने उन्हें अस्पताल परिसर में सम्मान सह विदाई समारोह कार्यक्रम आयोजित किए । जिसमें कर्मियों ने डॉ चौधरी के अंग वस्त्र और पुष्प गुच्छ देकर भावभीनी विदाई गुरुवार शाम को दी । इस मौके पर अस्पताल के डॉक्टर व कर्मियों एवं क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने उनके कार्य प्रणाली की प्रशंसा करते हुए कहा कि डॉक्टर चौधरी अस्पताल में 17 वर्ष के कार्यकाल के दौरान इनकी कार्य प्रणाली के जितनी भी प्रशंसा की जाय वह कम है इनके कार्यप्रणाली काफी सराहनीय रहा । डॉक्टर चौधरी व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति है ।डॉक्टरो ने उनके व्यक्तित्व और व्यवहार की प्रशंसा करते हुए भावुक हो गए । डॉक्टर ने कहा कि डॉक्टर हरिशंकर चौधरी 7 अप्रैल 2007 से लगातार अनुमंडलीय अस्पताल में रहकर बड़ी ही कर्तव्य निष्ठा ईमानदारी पूर्वक कार्य को निर्वाहन किया। ईश्वर के दूजे भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर की छवि डॉक्टर हरिशंकर चौधरी में पूर्ण रूप से दिखाई दे रही है। वे सदैव मरीज के दर्द को अपने दर्द समझकर वह कार्य करते हुए उन्हें निरोग बनाने में अहम भूमिका निभाते रहे । इस मौके पर डॉ हरिशंकर चौधरी ने कहा कि वे सदैव अनुमंडलीय अस्पताल को मंदिर समझ कर हर मरीज को स्वस्थ करने की बीड़ा उठा लिए थे । उन्होंने सम्मान समारोह के दौरान भावुक होकर सभी डॉक्टरों व कर्मियों से गुजारिश किया कि जिस तरह से हमे डॉक्टर एवं कर्मियों ने सहयोग किए हैं उसी तरह से नए प्रभारी पूनम कुमारी को भी सहयोग करेंगे । मैं आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास करते हैं कि नए प्रभारी पूनम कुमारी भी मरीजों व कर्मियों के साथ अपनी मधुर्भाशी व्यवहार के साथ सबके साथ मिलजुल कर कार्य को अच्छी तरह से निपटाते रहेंगे और मरीजों की सेवा से बड़ी सेवा कोई कुछ भी नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि इसके पूर्व दिघवारा प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 2004 से 6 अप्रैल 2007 तक रहे इसके पहले वह रोहतास जिले के नसीरगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रहे । उनकी प्रथम पोस्टिंग बक्सर जिले की सिंगारी प्रखंड में 1990 में हुई थी जो अक्टूबर 2000 तक कार्य किये। वे अपना जन्म भूमि पटना के गुलजारबाग के बड़ी पटन देवी के नजदीक बताया । उन्होंने बताया कि अपने नौकरी करने के दौरान परिवार समाज और ईश्वर के सहयोग से कुम्हार पटना में अपार्टमेंट में रह रहे हैं । उन्होंने कहा कि डॉक्टर और शिक्षक कभी सेवानिवृत्ति नहीं होते हैं ।यह दोनों मार्गदर्शन और समाज के उत्थान में आहम भूमिका निभाते हैं ।मेरी जब तक की सांस रहेगी मैं मरीजों के सेवा करते रहूंगा । इस मौके पर विनोद सिंह सम्राट आशुतोष कुमार ,लाल बाबू कुशवाहा, राम विनोद सिंह रामबालक सिंह सहित क्षेत्र के गण्यमान्य लोग एवं नयागांव शाहपुर गोविंद चौक सबलपुर सीएचसी के कर्मी मौजूद रहे।