चाहे आप गीता पढ़े या कुरान , हमारे सीने में सदा हिंदुस्तान होना चाहिए--साक्षी सोनपुर । यही आगाज यही अंजाम होना चाहिए ,वतन पर मिटने वाली को यही अरमान होना चाहिए ,चाहे आप गीता पढ़े या कुरान , हमारे सीने में सदा हिंदुस्तान होना चाहिए उक्त बातें गणतंत्र दिवस झंडों तोलन समारोह के दौरान सोनपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत भरपुरा पंचायत भवन पर साक्षी कुमारी ने संबोधित करते हुए यह भी कही कि हम जानते है कि 26 जनवरी 1950 को भारतिय संविधान लागु हुआ था यदि आज हम सम्प्रभु और स्वतंत्र हैं तो उन वीर जवानों के कुर्वानी व त्याग के कारण आज हमारे लिए उन शहीदों और संविधान निर्माताओं के प्रति कृतज्ञता भावांजली देने का दिन है । भारत के संविधान में सबको समान शिक्षा ,भेदभाव रहित, समान अवसर ,सबका साथ सबका विकास के अवसर प्रदान किए हैं। हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है जिसे बनाने में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन लगे थे। बाबा भीमराव अम्बेडकर, डॉ० राजेन्द्र प्रमाद , डॉ हरि सिंह गौर जैसे अनेक विद्वानों के अथक परिश्रम की बदौलत यह जनकल्याणकारी संविधान हमें मिला हैं। इसका हमके हरदम सम्मान करना चाहिए। प्रायः यह देखा जाता है कि लोग अपने मौलिक अधिकारों की तो वकालत करते हैं परन्तु जब कर्तव्य पालन की बारी आती है तो मानो उन्हें साप सूंघ जाता है ऐसी मानसिकता देश के लिए घातक है। आजादी के बाद हमारे देश ने हर क्षेत्र में उपलब्धि हासिल की है जिसका तरोताजा उदाहरण चंद्रयान मिशन है लेकिन अफसोस है कि आज का मनुष्य तो चांद पर तो पहुंच गया परन्तु धरती पर रहने का कायदा नहीं सीख पाया जिसका परिणाम यूक्रेन और रूस का महायुद्ध है। अयोध्या में रामलाल का प्राण प्रतिष्ठा तो हो गया हम लोगों ने मिलकर दीपावली भी मनाए लेकिन यह सब करने से हम सब राम भक्त नहीं बन सकते। हम राम भक्त तब बनेंगे जब उनके आदर्श उनके मार्गदर्शन पर चलकर ईमानदारी पूर्वक कर्तव्य निष्ठा के अहिंसा के साथ अपने कार्यो का निर्वाहन करें तभी रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा का सही महत्व होगा। क्या हुआ जो मैं हिंदू और तुम मुसलमान है ,मैं भी इंसान तू भी इंसान है , अगर हम आपस में रूठते रहे तो , देश कैसे चलेगा , हम दोनों पहिए है एक गाड़ी के, जिसका नाम हिंदुस्तान है । धरती मां की रक्षा के लिए हर भारतवासियों को त्याग और बलिदान करने की जरूरत है। आज हमारे देश में अनेक समस्याएं हैं लेकिन उन समस्याओं का निदान सही तरीके से नहीं हो रहे हैं ।जिसके कारण आज भारत में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और एक -दूसरे के प्रति नफरत फैला कर कूटनीति की राजनीतिक हो रही है ।ऐसे लोगों से सावधान होकर अपने देश की रक्षा के लिए सदैव एक- दूसरे में प्रेम भाव बनाकर रहे तभी हमारा समाज, हमारा राज्य ,हमारा देश विकसित हो सकता है।