शीतलहर से नहीं मिली रही राहत, घरों में दुबके रहे लोग ठंड और कनकनी के कारण हर रोज हो रही मौत, घर के परिजन बच्चे और बृद्ध पर रखें विशेष ख्याल सोनपुर । सोनपुर प्रखंड क्षेत्र ही नही बल्कि जिले भर में शीतलहर का प्रकोप जारी है। इस वजह से पूरे जिले के लोग इसकी चपेट में आ गए हैं और जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। मकर संक्रांति के बाद से लगातार ढंड से लोग परेशान है । गुरुवार को भी ठंड से राहत नहीं मिली। पूरे दिन प्रखंड व जिला के लोग ठंड की चपेट में रहा। सूर्य देव का दर्शन नहीं हुआ। इसलिए दिन में भी ठंड से लोगों को राहत नहीं मिल सकी। हवा की रफ्तार लगभग 8 किलोमीटर प्रति घंटे रही। इस वजह से भी लोगों को बर्फीली हवा व कनकनी हवा का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग का वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को तापमान 15- 11- डिग्री की गिरावट है । न्यूनतम ठंड के वजह से सुनसान सड़क और आसमान में बादल छाया रहा। सुबह में कोहरा छाए रहने से आवागमन प्रभावित हो रहा है। कुहासा के वजह से गाड़ियों की रफ्तार कमजोर हो रही है। इस वजह से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। पहली से लेकर आठवीं क्लास तक के बच्चों के लिए शैक्षणिक गतिविधियां बंद हो गयी है जिसके वजह से छोटे बच्चों को स्कूल जाने से राहत मिल गई है। नतीजतन दिन में छोटे बच्चों को ठंड से परेशानी नहीं हो रही है। वे घर पर हीं रह रहे हैं। हालांकि 9 वीं से ऊपर क्लास के बच्चों को अभी भी ठंड में ठिठुरते हुए स्कूल जाना पड़ रहा है। तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना नहीं है। जबकि अधिकतम तापमान 18 डिग्री के आसपास ही रहेगा। इस वजह से कड़ाके की ठंड पड़ती रहेगी। इसी तरह अगले दिन शुक्रवार को सुबह में कोहरा छाए रहेगा। बढ़ते ठंड के कारण लोग घरों में दुबक कर रह रहे हैं । कई महत्वपूर्ण जगहों पर ठंड से बचाव के लिए प्रशासन ने शाम को अलाव की व्यवस्था तो की है लेकिन संपूर्ण जगह नहीं होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना दिनभर करना पड़ रहा है । ठंड से बचाव के लिए लोग अपने अपने घरों में अलाव जलाकर बढ़ती ढंड से बच रहे हैं । बढ़ती ठंड और कनकनी की वजह से बृद्ध लोगों की मौत में बढ़ोतरी हो गयी है। सोनपुर प्रखंड क्षेत्र में बढ़ते ठंड के लेकर हर दिन किसी न किसी गांव में एक मौत निश्चित हो रही है जिससे मृतक के परिवार के सदस्यों को काफी परेशानी इस ठंड के मौसम में उठानी पड़ रही है। बढ़ते ठंड को देखते हुए घर के परिजनों को खासकर बच्चे एवं वृद्ध लोगों पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।