बाल विवाह मुक्त सिवान बनाने को लेकर महिला लीडर व स्थानीय लोगों ने लिया संकल्प। सिवान। बाल विवाह जैसी कुप्रथा को जड़ से समाप्त करने की दिशा में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा सिवान के हुसैनगंज ब्लॉक अंतर्गत ग्राम फाजिलपुर स्थित पंचायत भवन में महिला लीडर बैठक का आयोजन किया गया जिसमें बाल विवाह को मिटाने में जुटी जिला के अलग-अलग पंचायत से महिला लीडर, पंचायत प्रतिनिधि, वार्ड सदस्य, शिक्षण गण, स्थानीय नागरिकों समेत कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के जिला स्तर के प्रतिनिधि ने हिस्सा लिया। इस दौरान मुख्य रूप से बाल विवाह की समस्या, इसके दुष्प्रभाव, समाधान, जमीनी चुनौतियों, महिला लीडरों, पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका आदि पर गहन चर्चा हुई। बैठक को संबोधित करते हुए कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के मुकेश मुखिया ने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ हमारे प्रणेता कैलाश सत्यार्थी जी द्वारा पूरे देश भर में आभियान चलाया जा रहा है। हमलोग सिवान समेत बिहार के लगभग सभी जिलों में बाल विवाह के खिलाफ जन जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को इस मुद्दे के प्रति जागरूक कर रहे हैं। सर्वविदित है कि बाल विवाह क़ानूनी रूप से अपराध की श्रेणी में आता है, इससे बच्चों के शारीरिक और मानसिक उत्थान में बाधा आती है और हम सभी को एकजुट होकर इस सामाजिक बुराई के खिलाफ लड़ना है। इस अवसर पर अपने संबोधन में एक महिला लीडर ने बताया कि गांव में आज भी बाल विवाह हो रहा है, जागरूकता व पढ़ाई लिखाई के आभाव में गार्जियन अपने बच्चों का बाल विवाह कर देते हैं, और उनके आगे के जीवन का प्रवाह नहीं करते। इसे हर हाल में मिटाना है। विकास मित्र महिला लीडर प्रियंका जी ने अपने संबोधन में कहा कि सत्यार्थी जी जैसे अन्य महानुभावों को भी इसी तरह का प्रयास करना होगा, खासकर गांव, गरीब और अशिक्षित लोगों को इस तरह के मुद्दे के प्रति जागरूक करना होगा। गौरतलब है कि दिनांक 16 अक्टूबर 2022 को नोबेल शांति पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी जी के आवाह्न पर देश भर में ग्राम स्तरीय महिला लीडरों के नेतृत्व में मोमबत्ती जलाकर बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई थी। इस बैठक में सिवान जिले की उन्हीं महिला लीडरों जिन्होंने 16 अक्टूबर को अभियान लांच में नेतृत्व किया था के साथ आगे की रणनीति, चुनौतियों और समाधान को लेकर गहन चर्चा की गई। चिंताजनक है कि तमाम कानून के वावजूद आज भी समाज मे बाल विवाह जैसी कुरुतियाँ धरल्ले से चल रहीं हैं। इस स्थिति में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फॉउंडेशन की पहल से बाल विवाह मुक्त भारत अभियान सहरसा समेत देश के सभी राज्यों से बाल विवाह जैसी प्रथा को स्थानीय नागरिकों, महिला लीडरों, पंचायत व अन्य शीर्ष हितधारकों, स्थानीय एनजीओ को साथ लेकर बाल विवाह को समाप्त करने की दिशा में प्रयासरत है।