सिवान जिले में बारिश होने पर भी किसानों ने डीजल अनुदान के लिए आवेदन कर चुके है। लेकिन जांच में पकड़े जाने पर आवेदनों को रद्द कर दिया गया है। किसानों ने फर्जीवाड़ा कर अनुदान की राशि उठाने की कोशिश किए है। अब तक जांच के बाद 26708 आवेदनों को रद्द कर दिया गया है। ऑनलाइन आवेदन प्राप्त होने के बाद गांवों में जांच और सत्यापन के लिए कृषि विभाग ने कृषि समन्वयकों को लगाया है। ऑनलाइन आवेदनों में अलग अलग तरह की त्रुटियां भी सामने मिली है। जिस पर भी आवेदन रद्द किए गए है। जहां आवेदनों में सिंचाई के रकवा का ही जिक्र नहीं किया गया है, तो किसी के पास डीजल इंजन नहीं है। किसी का डीजल पावती पर पंजीकरण संख्या, हस्ताक्षर और अंगूठे का निशान नहीं है। किसी की डीजल पावती तिथि गलत है तो किसी का आधार व मोबाइल नंबर । कृषि विभाग के पदाधिकारियों की ओर से जांच में यह मामला सामने आया है। जांच में मिले गड़बड़ी के वजह से किसानों को योजना के लाभ से वंचित होना पड़ रहा