दरौंदा। दरौंदा स्टेशन परिसर में हल्की बारिश होने के बाद ही जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. रेलवे जंक्शन के पीछे जलजमाव हो जाने से यात्रियों को आने जाने में दिक्कतो का सामना करना पड़ता है. वही रेलवे परिसर में जीतने भी दुकानदार है उनके दुकानों में पानी भर जाता है. यात्रियों को बाजार से रेलवे जंक्शन पर जाने का एक मात्र रास्ता यही है. एक जलेबिया गली से जाने का रास्ता था. जिसे रेलवे के द्वारा बन्द कर दिया गया. प्रत्येक दिन छपरा-सीवान के तरफ हजारो की संख्या में यात्री आते-जाते है. बता दे कि जूता पहन कर जाने वाले यात्री अपना जूता खोल कर हाथ मे ले कर स्टेशन पर आते जाते है. कभी कभी गाड़ी का समय से प्लेटफॉर्म पर लग जाने से यात्री जूता पहने ही पानी पार कर स्टेशन जाते है. आसपास के दुकानदारों के दुकान पर जलजमाव होने से एक भी ग्राहक नहीं जा रहे हैं. जिससे दुकानदारों के दुकान नही चल रहे है. जलजमाव होने से दुकानदारों एवं यात्रियों रोष व्याप्त है. स्थानीय दुकानदार बब्लू यादव, धीरेन्द्र कुमार गुप्ता, उमा राम, तेरस प्रसाद, प्रवीण राय, दुर्गा कुमार मोदनवाल, रामनाथ साह, द्वारिका साह, टुनटुन साह के अलावे दर्जनो दुकानदारों का कहना है कि दुकान से भाड़े के रूप में लाखों रुपया का राजस्व का फायदा रेलवे को होती है. जल निकासी के लिए पीडब्लूआई एवं आइयोडब्लू के साथ साथ स्टेशन मास्टर व रेलवे सुरक्षा कर्मी को इसकी शिकायत की गई. लेकिन आज तक इसका निदान नही हुआ. यात्री राजीव कुमार भारती, धर्मेन्द्र कुमार यादव, अनमोल गुप्ता, अमित यादव, बीरेन्द्र ठाकुर, सुनील कुमार साह, राजीव गुप्ता का कहना है कि टिकट से रेलवे को सबसे अधिक फायदा है. हम सभी को आने जाने में दिक्कत होती है. शिकायत के बाद भी जलजमाव की निकासी के प्रति रेल प्रशासन ध्यान नही दे रहा है.