जी हाँ साथियों, शिक्षा का मानव जीवन में एक अलग महत्व है. शिक्षा ही एक मात्र ऐसा हथियार है जो न सिर्फ एक व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है बल्कि समाज को एक सही रास्ता भी दिखाता है। शिक्षा से समाज में फैले अंधकार को मिटाया जा सकता है। शिक्षा हर वर्ग के लोगों के लिए जरूरी है. हरेक वर्ग को शिक्षा के महत्व को समझाने के उद्देश्य से विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है।दुनिया भर में साक्षरता दर को बढ़ावा देने के उदेश्य से और सभी को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए यूनेस्को ने 7 नवंबर 1965 में इस दिन को मनाने का पहल किया। इसके बाद 8 सितंबर 1966 को पहली बार विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया और तब से लेकर हर वर्ष 8 सितंबर को साक्षरता दिवस मनाया जाता है. तो साथियों, आइये हम सब मिलकर शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रण लें और इस पहल में अपना योगदान दें। आप सभी श्रोताओं को समस्त मोबाइल वाणी परिवार की ओर से विश्व साक्षरता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।

उत्तर प्रदेश राज्य के मगध जिला से राजनंदन सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अमित कुमार से साक्षात्कार लिया।अमित कुमार ने बताया कि महिलाओं को समाज में उचित अस्थान मिलना चाहिए। सरकार भी कई प्रकार की सुविधाएँ महिलाओं के लिए दे रही है। महिलाओं को जमीन का अधिकार और रोजगार की सुविधा मिलनी चाहिए । ताकि वो अपने बच्चों और परिवार को अच्छे से देख सके।

बिहार राज्य के गया जिला के मानपुर प्रखंड से राजनंदन सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से शकुंतला कुमारी से साक्षात्कार लिया । शकुंतला कुमारी ने बताया कि ये पैसा कमाने के लिए आंगनबाड़ी सेविका के पद पर काम करती हैं। समाज में महिलाओं को भी पुरुष के बराबर प्राथमिकता देनी चाहिए। ताकि वो आगे बढ़े और अपने पैरों पर खड़ी हो सके। महिलाओं को शक्ति देने के लिए उनके नाम से जमीन होना चाहिए।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा बाजरे की फसल में तना छेदक कीट से बचाव के बारे में जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .

बिहार सरकार ने हाल में राज्य के 45 हजार गांवो की जमीन का सर्वे का निरिक्षण कराने का फैसला किया है। सर्वे कराये जाने को लेकर सरकार का कहना है कि इससे वह राज्य के 50 साल पुराने जमीन के रिकॉर्ड को अपडेट करना चाहती है। क्योंकि इन पचास सालों में जमीन के मालिकाना हक पर काफी बदलाव हुए हैं। सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि इस सर्वे में जमीन से जुड़ी 170 से ज्यादा प्रकार की जानकारियां इकट्ठी की जाएंगी। इसके अलावा 'इस सर्वे का एक उद्देश्य जमीन विवादों को कम करना भी है। पुराने रिकॉर्ड की वजह से कई बार विवाद होते हैं। नए सर्वे से यह समस्या दूर होगी।' सर्वे के दौरान लोगों को अपने जमीन के कागजात दिखाने होंगे। *----- दोस्तों इस मसले पर आपकी क्या राय है, क्या आपको भी लगता है कि शिक्षा के अभाव और कानून के उल्झे हुए दांव-पेचों ने महिलाओं को उनके हक और अधिकार से वंचित कर रखा है? *----- महिलाओं को भूमि अधिकार के बदले अर्थव्यवस्था में एक बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। इसके बदले में महिलाएं को किस तरह के सशक्तिकरण और स्वतंत्रता की उम्मीद की जा सकती है। *----- महिलाओं के लिए भूमि अधिकारों को मजबूत करने के लिए क्या किया जा सकता है?

माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.

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आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम सुनेंगे और जानेंगे समूह व बैंक ,माइक्रो फाइनेंस समूह से लोन लेने से जुड़ी जानकारी..

बिहार राज्य के गया जिला से राज नंदन यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से प्रखंड मानपुर के रहने वाले सुनील कुमार यादव से बात किया , उन्होंने बताया की महिलाओं को भी भूमि में अधिकार नहीं मिलना चाहिए। अगर औरत दूसरे पुरष के संग चली जाए , तो इस परिस्थिति में उन्हें अधिकार नहीं मिलना चाहिए। महिलाओं को कोई भी अधिकार नहीं होना चाहिए

बिहार राज्य के गया जिला से राज नंदन यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से जीतेन्द्र प्रसाद से बात किया , उन्होंने बताया की महिलाओं को भी भूमि में अधिकार मिलना चाहिए। महिलाओं का भी समाज में बोलने का अधिकार दिया जाना चाहिए। महिलाओं को भी काम करने दिया जाना चाहिए