ज़िन्दगी के कुछ पलों में लड़को को भी रोने का मन करता है और ऐसे समय में रो लेना कितना ज़रूरी है। पर क्या हमारा समाज इतनी आसानी से लड़कों को रोने की आज़ादी दे दे सकता है ? क्या केबल रोने या न रोने से ही साबित होता है की वो इंसान कितने मज़बूत किरदार का मालिक है ? और क्या इसी एक वाक्य से हम बचपन में ही लिंग भेद का बीज बच्चो के अंदर ने दाल दे रहे है जो पड़े होते होते न जाने कितने और लोगो को अपनी चपेट में ले चूका होता है ! आप के हिसाब से अगर लड़के भी दिलका बोझ हल्का करने के लिए रोयें और दूसरों से नरम बर्ताव करे तो समाज में क्या क्या बदल सकता है ? इस सभी पहलुओं पर अपनी राय प्रतिक्रिया और सुझाव जरूर रिकॉर्ड करें अपने फ़ोन में नंबर 3 दबाकर। और हां साथियों अगर आपके मन में आज के विषय से जुड़ा कोई सवाल हो तो वो भी जरूर रिकॉर्ड करें। हम आपके सवाल का जवाब तलाश कर आप तक पहुंचाने की पूरी कोशिश करेंगे।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला संपत्ति अधिकार विषय पर मंजू देवी से साक्षात्कार लिया।मंजू देवी ने बताया कि लड़कियों को पिता की सम्पति में अधिकार नही दिया जाता है। लोगों की सोच होती है कि लड़कियों को दहेज देकर शादी करना होगा,इसलिए सम्पत्ति में हिस्सा नही देना चाहिए।साथ ही पुरुषों की सोच होती है कि महिला को सम्पत्ति में हिस्सा देंगे तो वो हमें दबा कर रखेगी और बात नही मानेंगी।महिलाओं को आगे बढ़ने नही देते हैं
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से शिव कुमारी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से मंजू देवी से साक्षात्कार लिया।मंजू देवी ने बताया कि महिलाओं को जमीन में अधिकार मिलना चाहिए। यह उचित है। महिलाएं घर के कामों में उलझी रहती हैं।कहीं भी महिलाओं को हिस्सा नही दिया जाता है यदि उन्हें जमीन में हिस्सा मिलेगा तो घर और महिला मजबूत होंगी।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनके सामने एक महिला ने अपने पति से बिना पूछे समान ख़रीदा। महिला के पति ने समान के बारे में जानने के बाद उन्हें बहुत डांटा।डांट सुनकर महिला रोने लगी और बोली 'अगर आज हम अपने पैसे से इस चीज को खरीदते तो मेरे पति नहीं डांटते'।दोस्तों,इस घटना से हमें यह सीख मिलता है कि हमें आत्मनिर्भर बनना चाहिए। महिला कमाएगी तो पति की डांट नही सुनेगी। खुद कमाएगी और अपना अधिकार लेगी
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनके पति ने जमीन इनके नाम से ख़रीदा।वर्तमान में उसी जमीन में साग और सब्जी उपजा कर अपने बच्चे का खर्च उठा रही हैं।सलोनी की सभी महिलाओं को सलाह है कि सभी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना चाहिए।अपने जमीन पर अधिकार लेना चाहिए।
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला संपत्ति अधिकार विषय पर सविता से साक्षात्कार लिया।सविता ने बताया कि औरतों को जमीन में अधिकार मिलना चाहिए।अधिकार पाकर ये खेती करेंगी और सब्जी रोपेंगी
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला संपत्ति अधिकार विषय पर चिंता देवी से साक्षात्कार लिया।चिंता देवी ने बताया कि घर की गरीबी दूर करने के लिए महिलाओं को छोटा - छोटा रोजगार करना चाहिए।पैसों के लिए दूसरों के सामने हाथ नही फैलाना चाहिए
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला संपत्ति अधिकार विषय पर पुष्पा देवी से साक्षात्कार लिया।पुष्पा देवी ने बताया कि महिलाओं को जमीन में अधिकार मिलना चाहिए।अपनी बेटी को ये जमीन में अधिकार देंगी
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से महिला संपत्ति अधिकार विषय पर सरिता देवी से साक्षात्कार लिया।सरिता देवी ने बताया कि लड़का और लड़की में भेदभाव नही होना चाहिए। इनकी नज़र में लड़का और लड़की एक समान हैं
बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सरिता देवी से हुई। सरिता देवी यह बताना चाहती हैं कि महिलाओं को भी जमीन में अधिकार मिलना चाहिए। उनके पति उनको जमीन में अधिकार देना चाहते हैं
