बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आज भी महिलाएं स्वतंत्र रूप से निर्णय नही ले पाती हैं। वह जानती हैं कि उनके नाम से जमीन,घर,सम्पत्ति है लेकिन वह खुद से निर्णय लेने में हिचकिचाती हैं। महिला के ऊपर पति और बेटा होते हैं।पति और बेटेसे पूछे बिना या उनकी राय जाने बिना वो कुछ नही कर पाती है।साथ ही उनको समाज का भी डर रहता है।अपने मन से कुछ काम करेगी तो समाज उनके बारे में क्या सोचेगा,इस विचार से वो हमेशा परेशान रहती है