मेरा नाम प्रीति है, मैं राजगढ़ अलवर से सुरक्षा सखी हेड बोल रही हूँ, सर्वप्रथम यही मेरे को पता चलता है या मेरी टीम को पता चलता है की कही पर बाल विवाह हो रहा है सर्वप्रथम तो मैं उनको जाकर समझाऊ, मेरी टीम को लेकर साथ में लेकर जाऊ और उसके माता-पिता को समझो की कितना हानिकारक है बच्ची के लिए, बच्ची कितनी परेशान हो सकती है इससे बच्चे के शारीरिक व मानसिक दोनों पर प्रभाव पड़ सकता है यदि वह समझते हैं तो ठीक है नहीं तो मैं थाने में जाकर पुलिस की मदद ले सकती हूँ, और उसके बाद मेरा काम खत्म होता है और उसके बाद पुलिस अपना एक्शन ले सकती है,