बिना शर्मा, हम लोग शिक्षा समिति प्रबंध का गठन कर सकते हैं, हम अभिभावकों को समझा सकते हैं, उसके बच्चे रोज स्कूल जाए अनुपस्थित नहीं रहे, साफ सफाई का ध्यान रखें, जो बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं उसको भी शिक्षा से जोड़ना चाहिए और अभिभावक मिलकर ग्राम के सरपंच, वार्ड पंच और गांव के जो मुख्य बुजुर्ग, जो समझदार हो, उनको सब को समझाना, एक साथ मीटिंग रखें, अभिभावक बैठक स्कूल में रखी जाती है और हम भी जाते हैं, सब समझाया जाता है और उस प्रबंधक समिति में सब मिलकर मिड दे मील को भी देख सकते हैं कि बच्चों को खाना कैसे बन रहा है, क्या बच्चों को दूध पिलाया जा रहा है, यह सब प्रबंधक समिति वाले देख सकते हैं.