मेरा नाम दुर्गा वैष्णव है मैं कुणादि थाना कोटा से बोल रही हूं अभी मैंने एक केस लिया था नाबालिक लड़की थी तो किसी ने पड़ोसी ने उस को बहला-फुसलाकर के किसी लड़के के साथ 11:00 बजे निकाल दिया था तो मैंने उस चीज का पता लगाकर लड़की को वापस रेस्क्यू किया, कहां पहुंचे कैसे पहुंची क्या है इस तरह से, फिर मैंने उसको घर बुलाया, मैंने उसको समझाया कि बेटा यह बात गलत है और मैंने अपने कुणानि थाने में उसका रिपोर्ट दर्ज किया, लड़की को कुणादि थाना लेकर गयी, जहाँ से उसे नारीशाला भेजा गया फिर तो सोमवार के दिन मीटिंग में उसके फादर को लड़की को दिया गया आज लड़की सुरक्षित है और उसने अपनी पढ़ाई वापस शुरू की है उसने ११वी का पेपर नहीं दिया था लेकिन आज वह पढ़ाई शुरू कर रही है बस मेरा यही संदेश है और मै हर सुरक्षा सखी से यही कहना चाहूंगी कि इस तरह से लड़कियों को मोटिवेट किया जाए और ऐसा कोई भी केस आये तो लड़कियों के साथ अच्छा व्यवहार करते हुए उनको समझाएं उनका सहयोग करें उनकी दोस्त बने ताकि कोई भी लड़की इस तरह से भटके नहीं थैंक यू सो मच, सुरक्षा सखी.