नोखा थाने से रेखा जी का कहना है की अभी कुछ समय पहले मीटिंग हुई थी नोखा में तो उसमे सुना था की हम बाल विवाह होने से पहले ही कदम उठा सकते हैं, बाद में कुछ नहीं कर सकते। तो मेरा मानना है की इसमें पहले निर्णय लेने से अच्छा है की बाद में ले, क्योंकि पहले तो क्या करते हैं की पड़ोस के घरों में, या ननिहाल में या चाचा के घर ले जाकर बच्चों की शादी कर दी जाती है पता ही नहीं लगने देते, क्योंकि उनको डर है कि पुलिस आ जाएगी, लेकिन इसके बाद में डर होना चाहिए, क्योकि उन्हें यह लगना चाहिए की किसी को अब भी पता चल गया की बच्चे की शादी हुई है तो भी एक्शन ले सकते है, तो जैसा की हम लोगो ने मीटिंग में बात की तो मैडम ने कहा की पहले ही कदम हो सकता है, बाद में कुछ नहीं हो सकता , तो मेरा राय है की यदि इसमें ज्यादा गहरा, कड़क निर्णय लेना है तो वह बाद में होना चाहिए, शादी होने के बाद में भी कुछ कर सकते है, तो इससे वह बच्चो की शादी करेंगे ही नहीं, तो अपने बाल विवाह अपने आप बंद हो जाएगी।