मेरा नाम रेखा है, मैं नोखा थाने से हूं, मुझे बाल विवाह के बारे में यह बताना है कि हम सिर्फ लड़कियों को यह सब बताते हैं जबकि हमें लड़कों के साथ भी स्कूलों में जाकर बाल विवाह को लेकर मीटिंग करनी चाहिए, क्योकि वहां तो किसी का भाई भी पढ़ता होगा तो किसी की बहन, तो ऐसे उसके विचार बदल सकते हैं तो भाई के भीतर भी बदलाव आएगा तो वह अपने घर में भी अपनी माता पिता से कहेंगे कि बाल विवाह नहीं करना चाहिए। तो मैं कहूँगी की स्कूलों में भी जाए और उनको भी यह सब समझाएं कि बाल विवाह नहीं होना चाहिए, तो लड़कों को भी समझ होगी तभी तो वो रोक पाएंगे।