भरतपुर जिले के वैर थाने से अंजू का कहना है की उन्होंने अपने समुदाय में बच्चो को लॉक डाउन के समय में अपने घर पर ट्यूशन पढ़ाया है, अभिभावकों को समझाकर बच्चो को बाल विवाह और बाल मजदूरी जैसे खतरों से बचाया है, इसके साथ ही घरेलु हिंसा से महिलाओं को सुरक्षित किया है महिलाओं का ग्रुप बनाकर, और उन्हें नरेगा, स्वयं सहायता समूह से जोड़ा है.