नाट्य विद्यालय के नए बैच का आगाज 'रसास्वादन' से राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के वाराणसी केंद्र में शास्त्रीय नाट्य शैली का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं के नए बैच की शुरुआत खास आयोजन से होगी। इसे 'रसास्वादन' का नाम दिया गया है। इसकी परिकल्पना पद्मश्री रीता गांगुली ने की है। 18 से 23 मार्च तक कलाकार विधा विशेष की प्रस्तुति देंगे। 'रसास्वादन' का दूसरा उद्देश्य प्रतिष्ठित कलाकारों के साथ युवा कलाकारों को भी समान अवसर देना है। पहले दिन 18 मार्च को पं. जवाहर लाल और साथियों का शहनाई वादन होगा। इसके बाद प्रो. पांतजलि मिश्र का व्याख्यान होगा। 19 मार्च को पद्मश्री ऋत्विक सान्याल का ध्रुपद गायन, 20 को पद्मश्री डॉ. सोमा घोष का उपशास्त्रीय गायन, 21 को राकेश कुमार का बांसुरी वादन, 22 को काशी के रुद्रशंकर मिश्र का कथक तथा 23 को डा. एस. मेधानी होम्बल का भरतनाट्यम नृत्य होगा।