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झारखण्ड राज्य के कोडरमा जिला से गायत्री देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, इनके इलाके में बहुत लोगो के पास जमीन नहीं है इस वजह से वह खेती नहीं कर पा रहे है और लोग को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलता है इस वजह से वह बेरोजगार है
झारखण्ड राज्य के कोडरमा जिला से गायत्री देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, इन्होने लोगो को यह जानकारी दिया की चापाकल के आस पास सभी को पनसोखा का निर्माण करना चाहिए, ताकि जरूरत पड़ने पर पानी का इस्तेमाल खेती के लिए किया जा सके।
झारखण्ड राज्य के कोडरमा जिला के ढोराकोला ब्लॉक के चिलंगिया ग्राम से अब्दुल हेलो आरोग्य के माध्यम से बताना चाहते है की, इनके गांव में बिजली की समस्या है। स्थानीय लोगों का कहना है कि 11 हज़ार वाट का तार किसी अन्य तार से सट कर शार्ट सर्किट ना हो जाये इसका खतरा बना रहता है। बिजली मिस्त्री इस समस्या को अनदेखा कर दिया है जिससे लोगों में आये दिन खतरा बना रहता है।
झारखण्ड राज्य के कोडरमा जिला से सबनम खातून हेलो आरोग्य के माध्यम से बताना चाहती है की, पहले बच्चे अलग अलग राज्य में जा कर बाल मजदूरी करते थे। लेकिन अभी सभी बच्चे स्कूल जा कर पढ़ाई कर रहे है। सबनम को हेलो आरोग्य के सभी कार्यक्रम अच्छे लगते है
मसनौली ग्राम से संगीता देवी ,हेलो आरोग्य के माध्यम से बताती है कि बाल विवाह नहीं होना चाहिए। अगर विवाह हो जाता है तो उन्हें जल्दी गर्भ धारण नहीं करना चाहिए। कम उम्र में माँ बनने से जच्चा और बच्चा दोनों की जान को ख़तरा रहता है इसके लिए आशा दीदी से सलाह जरूर लेना चाहिए। गर्भ निरोधक गोलियों का प्रयोग करना चाहिए। पति पत्नी की आपसी सहमति से पहला बच्चा 21 वर्ष के बाद ही करना चाहिए और दो बच्चों के बीच तीन वर्ष का अंतराल रखना चाहिए ताकि बच्चा कुपोषित न हो और स्वस्थ रहे
हमारी श्रोता सविता कुमारी ,हेलो आरोग्य के माध्यम से कहती है कि उनके क्षेत्र में बाल विवाह और बाल मज़दूर बहुत होते है। गरीबी के कारण बच्चे होटल ,ईंट भट्टे पर जाते है और अभ्रक चुनने का काम करते है। इसलिए महिलाओं को बाल मज़दूरी के बारे में समझाती है। बच्चों को अभ्रक चुनने का काम करने नहीं बल्कि पढ़ाई के लिए विद्यालय भेजना चाहिए। परिवार वाले पैसों की लालच में अपने बच्चों के भविष्य पर विचार नहीं करते है। अगर बच्चे मज़दूरी करते रहे तो उनका भविष्य बर्बाद हो जाएगा
हमारी श्रोता गायत्री देवी ,हेलो आरोग्य के माध्यम से कहती है कि बाल मज़दूरी बच्चों के भविष्य को बर्बाद कर देती है।18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए शिक्षा ज़रूरी होती है न की मज़दूरी। लेकिन बहुत ऐसे माता पिता होते है जो ग़रीबी के कारण बच्चों को पढ़ा नहीं पाते है और अब्रक चुनने ,गेरज,कारखानों आदि में काम करवाने के लिए भेज देते है। बाल मज़दूरी कानूनी अपराध है जिस कारण बच्चों का भविष्य ख़राब हो जाता है। बच्चे को हमें ज़्यादा से ज़्यादा पढ़ाई करवानी चाहिए। ताकि बच्चे का भविष्य अच्छा बने
समशीहारिया ग्राम से गायत्री देवी ,हेलो आरोग्य के माध्यम से बताती है कि वो बच्चों और महिलाओं के साथ बैठक कर एनीमिया ,निजी स्वच्छता व लड़कियों के सही उम्र में शादी के विषय में चर्चा करती है