बिहार में गाँव से शहर तक आग विपदा का बन चुकी है,अगलगी से जान माल का भारी नुकसान हो रहा है,आईए आज हम जानते है मोबाइल वाणी के माध्यम से की इससे बचाव को लेकर सरकार द्वारा क्या अभियान चलाया जा रहा है,ओर हम इस विपदा से कैसे बच सकते हैं।ज्ञातव्य हो कि अग्निशमन टीम लगातार लोगों से आग लगने पर उससे कैसे निपटा जाए इसकी जानकारी अलग-अलग क्षेत्रो में जागरूकता अभियान चलाकर लगातार दे रही है।अग्निशमन टीम गांव-गांव जाकर मॉक ड्रिल के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही है।इसी कड़ी के तहत बिहार के विभिन्न जिला,व प्रखंडो सहित किशनगंज जिला के पोठिया थाना क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पतीलाभाषा में छात्र-छात्राओं व विद्यालय के शिक्षिकों को अग्निशमन विभाग के कर्मियों के द्वारा मॉक ड्रिल के जरिए आग पर काबू पाने के तरीकों के बारे में जानकारी दी गई।पोठिया थाना में प्रतिनियुक्त अग्निक चालक बीरेंद्र कुमार ने उपस्थित बच्चों व रसोइया दीदियों को विस्तार पूर्वक बताया कि आग लगने पर उन्हें क्या करना चाहिए तथा रास्ते में अग्निशमन वाहन को देखने पर उनका क्या व्यवहार होना चाहिए।अग्निशमन कर्मी बीरेंद्र कुमार ने बताया कि जिस जगह पर आग लगने की आशंका हो वहां बाल्टी में पानी व मग और सूती कपड़ा का गमछा तथा बालू मौजूद रहने पर आग की शुरुआत में ही उसे बुझाने में काफी मदद मिल सकती है।आग लगने पर लोगों को आग की प्रकृति का अवलोकन कर तत्काल उसे बुझाने की कोशिश करनी चाहिए,क्योंकि उसके फैल जाने पर उसे बुझाना मुश्किल हो जाता है।आग लगने पर तुरंत उस पर बाल्टी व मग से पानी डाल दिया जाए या बालू डाल दिया जाए तो आग बुझ जाती है।रसोई गैस के सिलेंडर में आग लगने पर उसे सूती कपड़े के गमछे या चादर की मदद से बुझाया जा सकता है।इसके लिए क्या करना चाहिए इसकी जानकारी मॉक ड्रिल के जरिए दी गई।मॉक ड्रिल के दौरान कर्मी बीरेंद्र कुमार ने रसोई गैस के सिलेंडर में आग लगाकर सूती कपड़े के गमछे के जरिए खुद काबू पाकर बच्चों को यह तरकीब सिखाई,ओर गैस सिलेंडर मे लगे आग पर कम्बल व बाल्टी के माध्यम से आग पर काबू पाकर दिखाया गया।अग्निशमन कर्मी ने कहा कि जब खुद आग बुझाना संभव न हो तो तत्काल अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना देनी चाहिए।