डरकापुर से शेरसिंह राजपूत ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि वो उनकी बच्ची के साथ खेलते है और खेलते खेलते ही खाने की चीज़ों के बारे में पूछते है। उनकी बच्ची शौक से इनके बारे बताते हुए खुद भी खाती है और अपने माता पिता को भी खिलाती है। साथ ही खेल खेल में अन्य जानकारी भी लेते है

नरेला जी-6 से सुषमा,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि खेलते हुए उन्होंने अपने अपने बच्चों को उनके कपडे व्यवस्थित करना सिखाया है। अब बच्चों को कपड़ों को रखने पहचान हो गई है

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हमारी श्रोता गुरवाजी ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि काम करते करते बच्चों को खेल भी सिखाती हैं

हमारे श्रोता संजय ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि उन्हें खेले सब संग की कहानी पसंद आई

हमारी श्रोता सुषमा ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वे खेल के माध्यम से बच्चों को सब्जी के रंग और उसके नाम के बारे में बताती हैं

हमारे श्रोता निर्भय सावदान ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि उन्हें 'खेले सब संग ' की कहानी पसंद आई

हमारे श्रोता राजेंद्र ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि उन्हें खेले सब संग की कहानी पसंद आई

हमारे एक श्रोता ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि सब्जी लाने जाते है तो बच्चे के साथ खेलते हुए सब्जियों के बारे में बताते है