हमारे श्रोता मोबाइल के माध्यम से कह रहे है कि उनके बच्चे को खेले सब संग की कहानियाँ बहुत अच्छी लगती है

हमारी श्रोता अंकिता ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि उन्हें खेले सब संग कार्यक्रम से नई नई बातें सीखने मिलती है

हमारी श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम है कि उन्हें खेले सब संग कार्यक्रम सुनके बहुत अच्छा लगता है तथा उनके बच्चों को सिखने का मौका मिलता है।

हमारी श्रोता ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उन्हें खेले सब संग का कार्यक्रम अच्छा लगता है

सीमापुरी से रीतू ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उन्हें खेले अब संग की कहानी सुनना अच्छा लगता है। बच्चों को खेलाने में अच्छा लगता है

उत्तरप्रदेश राज्य के नॉएडा के मामूरा सेक्टर 66 गली नंबर 7 से प्रियंका ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उन्हें खेले सब संग की कहानी बहुत ही अच्छी लगती है। कहानी के माध्यम से बच्चों को सीख देने में मदद मिलती है

छोटे बच्चों को उतना अनुभव नहीं होता की वो अपनी भावनाओं को ठीक से पहचान पाए। इसलिए वो अक्सर अपनी भावनाओं से घबरा कर या उनमे उलझ कर अलग अलग तरह का व्यवहार करते है। ऐसे में ज़रूरी है की बच्चों को भावनाओं को समझने में मदद करें... ऑडियो पर क्लिक कर सुनें आज की कड़ी..

हमारे श्रोता,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि अगर हम कोई भी काम करना चाहे और वो काम पूरा नहीं होता है और हम इसे कर के परेशान हो जाते है ,तो इसे हताशा कहते है

हमारी श्रोता ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि खेले सब संग के सुझाव उन्हें बहुत अच्छे लागत है। बच्चों के भावनाओं को पहचानने में मदद मिलती है और बच्चे माता पिता के साथ खेल भी सकते है

नरेला जी 2 से पूनम ,खेले सब संग मोबाइल वाणी के माध्यम से बताती है कि उनका बेटा आर्यन बहुत जिद्दी है ,बच्चा है तो वो शैतानी भी करता है। जब वो खाना बनती है तब उसे खेलाती है साथ ही खाना खिलाते वक़्त भी वो उसे खेलाती है। आर्यन ज़ल्दी खाना खाने नहीं चाहता है तब उसे उसकी पसंदीदा सब्ज़ी भिंडी का नाम ले कर बुलाती है और उसे मम्मी ,पापा ,छोटा भाई ,नानी आदि के हिस्सा का खाना कह कह कर उसे खिलाती है