छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंदगांव से वीरेंदर , मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि बुरे सपने अन्धविश्वास से जुड़ने से आने लगते है जैसे किसी मकान में जाते है और वहां पता चलता है की किसी व्यक्ति ने आत्महत्या की है तो ऐसी स्थिति में लोगों के मन में गलत विचार आने लगता है। इसीलिए धार्मिक किताबों को पढ़ना चाहिए जिससे मन में बुरे विचार न आये
मोबाइल वाणी और माय कहानी का एक ख़ास पेशकस आपके लिए कार्यक्रम भावनाओं का भवर जहाँ हम सुनेंगे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से जुड़ी कुछ जानकारियां. तो चलिए आज की कड़ी में जानते हैं कि अगर कभी मन में बहुत बुरे ख्याल आये तो उस से उभरने के लिए क्या किया जा सकता हैं. साथियों कई बार हमारे जीवन में ऐसे मोड़ आ जाते है जहाँ हम खुद को बहुत परेशान और अकेला महसूस करते हैं और मन में बहुत बुरे-बुरे ख्याल आते हैं. कई बार सारी उम्मीदें ख़तम होने लगती है। ऐसे में किसी को सहारा देने के लिए आप के अनुसार हमें क्या करना चाहिए ? क्या आपने कभी किसी ऐसे स्थिति का सामना किया है ? अगर हाँ तो कैसे उभरे उस स्थिति से ? साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। https://www.youtube.com/@mykahaani
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छत्तीसगढ़ राज्य के जिला राजनंद गाँव से विरेंद्र, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि महिलाओं के साथ बहुत अत्याचार होता है। महिलाओं के साथ अत्यचार नहीं होना चाहिए। इसके लिए कानून बनाना चाहिए , और लागू किया जाना चाहिए। कानून को सख्त होना चाहिए। जो महिलाओं की हत्या करते है, उनको सख्त सज़ा मिलनी चहिये।
छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांदगांव से वीरेंदर गन्धर्व ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि आत्महत्या के लिए जो माता - पिता जिम्मेदार हैं क्योंकि वे किसी भी कीमत पर लड़की से शादी करना चाहते हैं , लेकिन शादी से पहले माता - पिता को देखना चाहिए कि लड़की कप शादी करनी है या नहीं ।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानि की NCRB के हालिया रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में 23,178 गृहिणियों ने आत्महत्या की थी। यानी देशभर में हर दिन 63 और लगभग हर 22 से 25 मिनट में एक आत्महत्या हुई है। जबकि साल 2020 में ये आंकड़ा 22,372 था। जितनी तेज़ी से संसद का निर्माण करवाया, सांसद और विधायक अपनी पेंशन बढ़ा लेते है , क्यों नहीं उतनी ही तेज़ी से घरेलु हिंसा के खिलाफ सरकार कानून बना पाती है। खैर, हालत हमें ही बदलना होगा और हमें ही इसके लिए आवाज़ उठानी ही होगी तो आप हमें बताइए कि *---- आख़िर क्या वजहें हैं जिनके कारण हज़ारों गृहणियां हर साल अपनी जान ले लेती हैं? *---- घरेलू हिंसा को रोकने के लिए हमें क्या करना चाहिए ? *---- और क्या आपने अपने आसपास घरेलू हिंसा को होते हुए देखा है ?
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