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छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर जिला से अनमोल मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहते हैं कि यह जो सरकार द्वारा कानून पारित किया गया वह सही है। जिससे लड़कियों को और औरतों को पढ़ने का समय मिल जाएगा। उन्होंने बताया कि पढ़ने का अधिकार औरतों को भी है

छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंद गांव से वीरेंदर गंधर्व मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि हर समस्या का हल सरकारी कानून नहीं है बल्कि खुद के मिले संस्कार है। लड़का तथा लड़कियों दोनों को संस्कार दिए जाते है और अगर दोनों में संस्कार होंगे तो शिक्षा बेहतर होगी तथा अपने दायित्व को निभा पाएंगे।

मध्यप्रदेश राज्य के होशंगाबाद जिला से राकेश कुमार यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि 18 वर्ष से 21 वर्ष शादी की उम्र करना सही है। लेकिन आज कल किशोर किशोरियां कई बार गलत कदम उठा लेते है, सरकार को इसके लिए भी कोई कानून बनाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हर माँ बाप चाहते है उनकी उनकी बेटियां भी पढ़ लिख कर तरक्की करें। लेकिन कई बार कुछ मजबूरियों के कारण माँ बाप अपनी बच्चियों की शादी जल्दी करवा देते है

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छत्तीसगढ़ राज्य के जिला राजनंद गाओं से मोबाइल वाणी के माध्यम से वीरेंदर गंदर्व बोल रहें हैं की कानून की जानकारी होने के बाउजूद भी महिलाएं अपनी सुरक्षा नहीं कर पाती है। क्यूंकि महिला ही महिला की मदद नहीं करना चाहती है। महिला थाना में जब महिला कोई शिकायत लेकर जाती है तो उसे वापस लौटा दिया जाता है की घर का मामला है घर में और आपस में देख और समझ लो। जब महिला ही महिला इस तरह की बात करेगी तो महिला कानून बनने का क्या मतलब रह जायेगा। वही कुछ महिलाएं महिला कानून का दुरपयोग भी करती है इसलिए कार्रवाई बराबर होनी चाहियें। कानून बनाना तो बहुत आसान है लेकिन महिला को महिला का साथ देना होगा तभी शोषण के बिरुद्ध सफलता मिल पायेगी

उत्तरप्रदेश राज्य के बदायूं से अरुण मीणा मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि लड़कियों की शादी की उम्र 21 वर्ष करने का फैसला सरकार का बहुत अच्छा है। यह एक अच्छी शुरुआत है हम सभी को इसकी सराहना करनी चाहिए। 21 वर्ष तक लड़कियां मानसिक व शारीरिक दोनों रूप से सक्षम हो जाती हैं