छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंद गाँव से विरेंद्र , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, आम आदमी को समझाया जा सकता है कि कचरे को पानी में नहीं फेंकना चाहिए। लेकिन पानी में मिलने वाले पदार्थ आम आदमी को समझ नहीं आते हैं, इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन को कोई पहल करनी चाहिए कि पानी को कैसे साफ़ रखा जाए । आप जो मात्रा बता रहे हैं वह बहुत अधिक है, यह इतना नहीं होना चाहिए और यह स्वास्थ्य को खराब कर रहा है, इसलिए यह विश्व स्वास्थ्य संगठन है जिसे उपाय करने हैं, सरकार को उपाय करने हैं ताकि जनता को शुद्ध पानी मिल सके। लेकिन ऐसी गलतियाँ भी हैं जो आम आदमी नहीं करता है, अब आम आदमी को पता नहीं है कि इसमें और क्या तत्व पाए जाते हैं, यह वैज्ञानिक को तय करना है। अगर पानी विषैला हो रहा है तो वैज्ञानिक को आगे आना होगा।