छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंदगाँव से वीरेंद्र ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि उत्सव परंपरागत मनाया जाता है। अगर मन में मानवता नहीं है तो सच्चा जीवन नहीं मिल सकता है