छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंद गाँव से हमारे एक श्रोता वीरेंदर गंधर्व ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कहा कि आज का मानव शिक्षित है वह चर्चा करता है, लेख लिखता है परन्तु उस पर अमल महि करता। पर्यावरण दिवस के अवसर और पेड़ लगता है, फोटो खिचवाता है परन्तु बाद में उसकी देखभाल करना छोड़ देता है इन्ही सब कारणों से पर्यावरण में सुधर नहीं हो पा रहा। उनका कहना है कि जंगलों की कटाई की जा रही है और कंक्रीट के जंगल बनाए जा रहे हैं। अंत में उन्होंने कहा की हमे पुराणी संस्कृति को अपनाना चाहिए और आधुनिकता को वहीं तक अपनाना चाहिए जहाँ तक हमारी सीमा है