छत्तीसगढ़ राज्य के राजनंद गाँव से वीरेंद्र गंधर्व मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहते हैं कि अगर लड़कियों को निर्णय लेने का अधिकार दिया जाए तो वह अपने भविष्य का फैसला सही तरीके से ले पाएंगी। साथ ही आने वाले पीढ़ियों को भी सही निर्णय लेने के लिए सही ज्ञान दे पाएंगी। उन्होंने कहा कि लड़कियों को बचपन से ही सही गलत लेने का निर्णय माता पिता की जिम्मेदारी है । जिससे की आने वाले बच्चों को भी सही गलत निर्णय लेने का अधिकार सीखा सके.