लंकापुरी से किरण जयपुर वाणी पर बता रही है पहले उनको गीली वस्तु के कचरे के बारे में पता नहीं था लेकिन जबसे उन्होंने गीले और सूखे कचरे को लेकर के जयपुर वाणी के ऊपर एक प्रोग्राम सुना था तब से वह भी अपने घर में गीला व सूखा कचरा अलग अलग करती है और अपनी बस्ती के लोगों को भी इसके बारे में जानकारी देती है कि वह भी अपने घर से गिला व सूखा कचरा अलग अलग करें और लोग यह काम कर रहे हैं जिससे उनके यहां पर थोड़ी सफाई रहने लग गई है पहले कचरे की कारण सफाई नहीं होती थी लेकिन जब से वह लोग कचरा अलग अलग करने लगे हैं तब से वहां पर सफाई भी रहने लग गई है