राजस्थान राज्य के जयपुर जिला के पटेल नगर के वार्ड संख्या 18 से सुमन जयपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि उन्हें पहले सूखे कचड़े और गीले कचड़े के बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी। खबर का असर यह हुआ की जयपुर सी फार के प्रशिक्षण के माध्यम से सूखे कचड़े और गीले कचड़े के बारे में जानकारी मिली और सूखे कचड़े और गीले कचड़े को अलग अलग कर खाद बनाकर प्रयोग किया।