जिलेभर में की जा रही कार्रवाई
आदित्य मिश्रा होंगे नए एसपी
बड़ी संख्या में शामिल हुए समाजजन
मध्यप्रदेश राज के राजगढ़ जिला के शनरसिंह और शहर में एक ठेकेदार की मनमानी आम लोगों पर भारी पड़ रही है । बी ने आम नागरिकों को मुसीबत में डाल दिया है । अधूरे कार्यों के कारण यहां सामान्य जीवन प्रभावित होता है । राहगीरों को भी आवागमन में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है । ऐसा ही एक मामला जयस्तंभ का है । मुहर उस सड़क की है जो बीच में बनाई गई थी जहां ठेकेदार ने पटरी बनाकर काम को अधर में लटका दिया था । निवासियों ने कहा कि लंबे समय तक जीतने के बाद भी बॉटल रोड पूरी तरह से पके हुए हैं । इसके बावजूद दूसरी पटरियों का निर्माण नहीं हो रहा है , जिससे सड़क किनारे रहने वाले लोगों को परेशानी हो रही है ।
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भारत में शादी के मौकों पर लेन-देन यानी दहेज की प्रथा आदिकाल से चली आ रही है. पहले यह वधू पक्ष की सहमति से उपहार के तौर पर दिया जाता था। लेकिन हाल के वर्षों में यह एक सौदा और शादी की अनिवार्य शर्त बन गया है। विश्व बैंक की अर्थशास्त्री एस अनुकृति, निशीथ प्रकाश और सुंगोह क्वोन की टीम ने 1960 से लेकर 2008 के दौरान ग्रामीण इलाके में हुई 40 हजार शादियों के अध्ययन में पाया कि 95 फीसदी शादियों में दहेज दिया गया. बावजूद इसके कि वर्ष 1961 से ही भारत में दहेज को गैर-कानूनी घोषित किया जा चुका है. यह शोध भारत के 17 राज्यों पर आधारित है. इसमें ग्रामीण भारत पर ही ध्यान केंद्रित किया गया है जहां भारत की बहुसंख्यक आबादी रहती है.दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- दहेज प्रथा को लेकर आप क्या सोचते है ? और इसकी मुख्य वजह क्या है ? *----- समाज में दहेज़ प्रथा रोकने को लेकर हमें किस तरह के प्रयास करने की ज़रूरत है ? *----- और क्यों आज भी हमारे समाज में दहेज़ जैसी कुप्रथा मौजूद है ?