दैनिक जीवन में हम बहुत सी पाखंड की बाते देखते है। कोइ सिद्ध पुरूष यह दावा करता है कि पुत्र देने की सिद्धियां उस के पास है, तो काई धनवान बनने तो बीमारियां दूर करने का जीवन का संकट हर लेने का दावा करता है। तब लोग उनकी और आकर्षित होते है और हाथ जोड़कर अपनी मनोकामाना पूरी करने की बात करते है। मनोकामनाओं की पूर्ति का जाल फैलाकर धूर्त और पाखंडी लोगों को लुटने का कारोबार शुरू करते है। आज हम बात करेंगे ऐसे धुर्त और पाखंडी लोगों के षडयंत्र की। यह पाखंडी इतने धुर्त होते है कि इनके सामने बड़े बड़े विद्वान भी धोखा खा जाते है। यह पांखडी ग्रुप बना कर काम करता है। इनके ग्रुप में जो डीलडौल हो और किसी महात्मा जैसे दिख सकता हो को सिद्ध पुरूष बना देते है।