एड्स इस नाम से हम सभी भली भांति परिचित हैं इसका पूरा नाम है 'एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम ' यह एक तरह का वायरस है जिसे एचआईवी के नाम से भी जाना जाता है।यह एक जानलेवा बीमारी है लेकिन आज भी लोगों में एड्स को लेकर सतर्कता नहीं है।साथ ही इसे समाज में भेदभाव की भावना से देखा जाता है। एड्स के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। दोस्तों , हम सभी को एड्स को लेकर सतर्क रहना है ,साथ ही लोगों में सर्तकता लाने की भी ज़रुरत है।साथियों, एड्स का उपचार भेदभाव नहीं बल्कि प्यार है। आइये हम सभी मिलकर विश्व एड्स दिवस मनाए और लोगों में एड्स के प्रति अलख जगाए। सतर्क रहें,सुरक्षित रहें
शर्म को ज़रा किनारे करके अपने बच्चों को AIDS के बारे में विस्तार से बताएं ताकि वो इस खतरनाक बीमारी से सुरक्षित रहे। साथियो अगर आप भी एड्स से जुडी कोई जानकारी हमसे साझा करना चाहते हैं तो फ़ोन में अभी दबाएं नंबर 3 का बटन और रिकॉर्ड करें अपनी बात।
एचआईवी के लक्षण तो यह डेवलप होने में लगभग 7 से 14 दिन का समय लगता है उससे पहले विंडो पीरियड होता है की समस्या होती है साथ में डेवलप होती है यदि हम बात करें उसके अलावा क्या होता है तो उसके अलावा गले में खराश गले में क्या होता है डिस्टर्ब होने लगते हैं और काफी बार क्या होता है कि महिलाओं में अनवांटेड ब्लीडिंग बहुत ज्यादा होती है लक्षण होता है उसके अलावा क्या होता है की बॉडी में हर जगह होना दिखाई देते हैं यह समस्या भी होती है उसके अलावा क्या होता है कि जो मुंह में छाले हो सकते हैं
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण बोर्ड की अध्यक्षता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सचिव करते हैं इसका कार्य कृति प्रबंधन अनुमोदन तथा निजी एजेंसियों को संविदा देना है उनके कार्य को शीघ्र निपटाने के लिए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन की नीतियों का पुनरीक्षण करना शामिल है बोर्ड के अन्य प्रमुख कार्यों में वार्षिक संचालन योजना बजट का निर्माण करना कार्यक्रम घटकों के बीच दीदी का पुणे आवंटन करना कार्यक्रम प्रबंधकीय दलों का निर्माण करना और वरिष्ठ कार्यक्रम स्टाफ की नियुक्ति करना जैसे काम शामिल है
1985 से ही एड्स नियंत्रण कार्यक्रमों की शुरुआत कर दी गई थी जब इसका पहला मरीज सामने आया था स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय ने 1986 में राष्ट्रीय संगठन समिति का गठन किया था
एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम एक वर्ड मींस ऐसी बीमारी जो पत्रक रूप से नहीं बल्कि विषाणु के आक्रमण से उत्पन्न हुई 2-amino डिफिशिएंसी मतलब रोग प्रतिरोधक शक्ति का कम होना और सिंड्रोम यानी बीमारी प्रकट करने वाले कई लक्षणों का समूह
एचआईवी की रोकथाम के लिए राजकीय पहल की शुरुआत 1985 में ही कर दी गई थी जब एड्स की पहली घटना की सूचना मिली थी इसीलिए स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय ने 1986 में राष्ट्रीय समिति का गठन किया था